
नई दिल्ली। अमरनाथ की पवित्र गुफा में बर्फ का शिवलिंग आकार ले चुका है। इसी के साथ आज बाबा बर्फानी की प्रथम पूजा विधि-विधान के साथ संपन्न हुई। प्रथम पूजा में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए। अब 29 जून से इस साल की अमरनाथ यात्रा शुरू हो जाएगी और 19 अगस्त 2024 को समाप्त होगी।
VIDEO | ‘Pratham Puja’ at #Amarnath Cave temple was held earlier today. Jammu and Kashmir LG Manoj Sinha (@manojsinha_) participated in the puja virtually.
(Source: Third Party) pic.twitter.com/PF2ZSlVAhf
— Press Trust of India (@PTI_News) June 22, 2024
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने यात्रा संबंधी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस बार यात्रा में आने वाले भक्तों के लिए कुछ विशेष इंतजाम किए गए हैं, ताकि उन्हें किसी प्रकार की समस्या से रूबरू न होना पड़े। पूरे यात्रा मार्ग में दोनों रास्तों पर (बालटाल और पहलगाम) में इस बार भक्तों को 5G नेटवर्क की सुविधा मिलेगी जिससे संचार माध्यम को सुदृढ़ बनाया जा सके। इसके अतिरिक्त हर साल यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यात्रा मार्ग को पहले की अपेक्षा कुछ और चौड़ा किया गया है। वहीं यात्रा मार्ग के बीच पड़ने वाले पड़ावों पर जहां लोग विश्राम के लिए रुकते हैं 24 घंटे बिजली की व्यवस्था की गई है।
श्राइन बोर्ड के मुताबिक हर बार की तरह इस बार भी यात्रियों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। यात्री श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट https://www.jksasb. nic.in पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। श्राइन बोर्ड के मुताबिक 13 वर्ष से कम उम्र के बच्चे और 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों का अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं किया जाएगा। इसके अलावा 6 सप्ताह से अधिक गर्भवती महिलाओं को भी यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके अतिरिक्त जो लोग अपना रजिस्ट्रेशन कराना चाहते हैं उनके लिए स्वास्थ्य प्रमाण पत्र अनिवार्य किया गया है। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के मुताबिक इस वर्ष लगभग 6 लाख श्रद्धालुओं के पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पहुंचने की उम्मीद है। पिछले साल 2023 में लगभग साढ़े 4 लाख श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन करने पहुंचे थे।