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पांच कश्मीरी पंडितों का जम्मू से हुआ ट्रांसफर, सता रहा है टारगेट किलिंग का डर, सरकार से कर दी ऐसी मांग

दरअसल, कश्मीर घाटी में कार्यरत पांच जूनियर इंजीनियर्स को कश्मीर से जम्मू रीजन में ट्रांसफर करने का आदेश दिया गया है। ये पांचों ही कश्मीरी पंडित हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने खुद इनके स्थानांतरण की अधिसूचना जारी की है, जिसमें इन सभी अभियंताओं के स्थानांतरण के बारे में जानकारी दी गई है।

नई दिल्ली। चलिए कश्मीर चलते हैं। जहां बीते दिनों आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाया था। ना जाने कितने ही मां के लाल छीन लिए गए थे और ना ही बहनों से उनके भाई छीन लिए गए थे। कश्मीरी पंडितों पर आतंकवादियों ने जिस तरह जुल्म ढाया था, उसने नब्बे के दशक के उस दौर की दर्दनाक यादें तरोजात कर दी। हालांकि, केंद्र समेत राज्य सरकार की तरफ से कश्मीरी पंडितों को हर मुमकिन मदद करने का ऐलान किया था, लेकिन मौजूदा हालात दावों से अलहदा नजर आ रहे हैं। आइए, इस रिपोर्ट में हम आपको एक ऐसे ही खबर के बारे में विस्तार से बताते हैं।

 

दरअसल, कश्मीर घाटी में कार्यरत पांच जूनियर इंजीनियर्स को कश्मीर से जम्मू रीजन में ट्रांसफर करने का आदेश दिया गया है। ये पांचों ही कश्मीरी पंडित हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने खुद इनके स्थानांतरण की अधिसूचना जारी की है, जिसमें इन सभी अभियंताओं के स्थानांतरण के बारे में जानकारी दी गई है। हालांकि, इन अभियंताओं के स्थानांतरण के बारे में अधिकृत रुप से केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से कोई भी बयान जारी नहीं किया गया है। वहीं, आंदोलन की अगुआई कर रहे ऑल माइग्रेंट (विस्थापित) कर्मचारी संघ कश्मीर ने बताया कि तमाम कोशिशों के बावजूद भी कश्मीरी पंडित पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है। उन्हें आज भी घाटी में रहने के दौरान विभिन्न प्रकार की दुश्वारियों से होकर गुजरना पड़ रहा है।

हालांकि, केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देश के पांच हजार से भी अधिक हिंदू कर्मचारियों ने स्वागत किया है। घाटी में रहने वाले कश्मीरी पंडितों की ओर से कहा जा रहा है कि तमाम आश्वसान के बावजूद भी प्रशासन की तरफ से घाटी में कश्मीरी पंडितों कोई भी सुरक्षा नहीं मुहैया कराई जा रही है। फिलहाल, कश्मीरी पंडितों की तरफ से लगातार आंदोलन जारी है, जिसमें वे लगातार प्रशासन से खुद के स्थानांतरण की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि देश के किसी भी राज्य में उनका स्थानांतरण कर दिया जाए, क्योंकि घाटी के मौजूदा हालात दुरूह हो चुके हैं। बहरहाल, इन तमाम स्थितियों को ध्यान में रखते हुए उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम