
नई दिल्ली। प्रयागराज महाकुंभ में बुधवार को मौनी अमावस्या पर दूसरा अमृत स्नान होना है। वहीं अमृत स्नान में कल पहली बार पूर्वोत्तर के दूरदराज के हिस्सों के 20 से ज्यादा संत भी शामिल होंगे। इस संबंध में जानकारी देते हुए निर्वाणी अनी अखाड़े के महामंडलेश्वर महंत केशव दास जी महाराज ने पीटीआई-भाषा को बताया, पूर्वोत्तर के 22 संत अखाड़ों के साथ अमृत स्नान करेंगे। कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 7 में स्थित ‘प्रागज्योतिष क्षेत्र’ शिविर में पूर्वोत्तर के संत रुके हुए हैं। बता दें कि मौनी अमावस्या पर 10 से 15 करोड़ लोगों के प्रयागराज महाकुंभ में डुबकी लगाने की संभावना जताई जा रही है।
मौनी अमावस्या के अमृत स्नान से दो दिन पहले ही प्रयागराज में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था। रविवार 26 जनवरी को महाकुंभ में लगभग 1.74 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई वहीं, सोमवार को 1.55 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम स्नान किया। इस तरह से 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में अब तक लगभग 15 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम स्नान कर चुके हैं। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी प्रयागराज और मेला क्षेत्र में स्थिति संभाले हुए हैं। हर जगह सीसीटीवी से नजर रखी जा रही है।
.@DM_PRAYAGRAJ का मौनी अमावस्या पर होने वाले कुंभ-स्नान पर संदेश सभी श्रद्धालुओं को ध्यान से सुनना चाहिये।
IAS रविंद्र कुमार मंदार के नेतृत्व में मेला प्रशासन शानदार काम कर रहा है, सबसे सहयोग की अपेक्षा है।
मेला स्थल पर जहाँ तक हो सके, चौपहिया के स्थान पर दोपहिया वाहन का… pic.twitter.com/WiPgDRW3Oa
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) January 28, 2025
वहीं प्रयागराज के डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने कहा है कि देश और विदेश से आने वाले सभी श्रद्धालुओं की सेवा में पुलिस और प्रशासन दिन रात जुटा हुआ है। उन्होंने स्थानीय निवासियों से अपील करते हुए कहा कि संगम क्षेत्र और मेला क्षेत्र में चार पहिया वाहनों का प्रयोग ना करके दो पहिया वाहन से जाएं या फिर पैदल जाएं। प्रशासन ने शनिवार 25 जनवरी से ही मेला क्षेत्र में बाहरी गाड़ियों की एंट्री पर रोक लगा रखी है। शहर में अलग-अलग स्थानों पर लगभग 140 स्थानों पर पार्किंग बनाई गई है जहां बाहर से आने वाले श्रद्धालु अपनी गाड़ियों को खड़ा करके महाकुंभ मेला क्षेत्र में जा सकेंगे।