newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Forced to conversion: हिंदू युवक को जबरन इस्लाम कुबूल कराने में पांच गिरफ्तार, युवक ने इस्लाम अपनाने से कर दिया था साफ इनकार

Forced to conversion : धर्मांतरण के मामले पर जांचकर्ताओं ने बताया कि मांड्या का रहनेवाला श्रीधर ने पहले इस्लाम कुबूल करने में रुचि दिखाई। फिर आरोपित लोगों ने उस पर सुन्नत के रीति-रिवाज शुरू कर दिए। उसके बाद श्रीधर ने इस्लाम कुबूल करने से इन्कार कर दिया।

नई दिल्ली। केरल और कर्नाटक में बीते कुछ वर्षों में धर्मांतरण के मामले बढ़े हैं। यहां ईसाई और मुस्लिम धर्म प्रचारकों द्वारा दिन प्रतिदिन जबरन धर्म परिवर्तन कराए जाने के मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में कर्नाटक पुलिस ने एक हिंदू युवक का जबरन इस्लाम में मतांतरण करने पर पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान बेंगलुरु के पूर्व कारपोरेटर अंसार पाशा, नयाज पाशा, हाजी साब, अतौर रहमान और शोएब के रूप में की गई है। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था जबकि तीन अन्य की गिरफ्तारी गुरुवार को ही हुई है। नयाज पाशा को तमिलनाडु से पकड़ा गया है। तमिलनाडु पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है।

श्रीधर ने इस्लाम कुबूल करने से कर दिया था इनकार

धर्मांतरण के मामले पर जांचकर्ताओं ने बताया कि मांड्या का रहनेवाला श्रीधर ने पहले इस्लाम कुबूल करने में रुचि दिखाई। फिर आरोपित लोगों ने उस पर सुन्नत के रीति-रिवाज शुरू कर दिए। उसके बाद श्रीधर ने इस्लाम कुबूल करने से इन्कार कर दिया। उसने जबरन इस्लाम कुबूल करने से साफ मना कर दिया। लेकिन फिर भी उसको इस्लाम कुबूल करने के लिए मजबूर किया गया।

कुछ समय पहले ही श्रीधर के माता-पिता की हो चुकी है मौत

वहीं कर्नाटक पुलिस के मुताबिक पहले यह मामला हुबली शहर के नावनगर में दर्ज किया गया था। फिर इस मामले को बेंगलुरु के बनाशंकरी पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित किया गया। पुलिस के मुताबिक श्रीधर के माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है। पुश्तैनी जायदाद उसके बड़े भाई के नाम पर है। उसके इस मामले में केस करने पर बाकी परिवार उससे विमुख हो चुका है। वित्तीय संकट के चलते उसने एक साइबर सेंटर में नौकरी कर ली। वित्तीय समस्याओं के चलते ही वह इस नौकरी को करने के लिए तैयार हुआ था।

50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता की हुई थी पेशकश

इस मामले में पीड़ित श्रीधर ने वहां अपनी समस्या अपने एक मुसलमान साथी को बताई। इसके बाद उसका दोस्त श्रीधर को एक मुस्लिम धार्मिक नेता के पास ले गया। उसे 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी गई। फिर उन्होंने श्रीधर को उनका हर हुकुम मानने और इस्लाम कुबूल करने को कहा। जब श्रीधर ने मना किया तो आरोपितों ने उसका वीडियो वायरल करके उसे आतंकी करार देने की धमकी दी। इसके बाद श्रीधर ने पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी।