
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में पुलवामा में सुरक्षाबलों ने गुरुवार को एक बार फिर आतंकी हमले की साजिश को नाकाम कर दिया है। पुलवामा के पास एक सैंट्रो गाड़ी में आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्स्प्लोसिव डिवाइस) प्लांट की गई थी, जिसकी समय रहते हुए पहचान कर ली गई। बम डिस्पोज़ल स्क्वायड ने वक्त रहते ही इस बम को डिफ्यूज़ कर दिया।
कार के भीतर एक नीले ड्रम में विस्फोटक को छिपा कर रखा गया था। बॉम्ब डिस्पोजल स्क्वायड गुरुवार सुबह मौके पर पहुंची और आस-पास से लोगों को दूर जाने को कहा। इसके बाद बम निरोधक दस्ते ने फिर विस्फोटक को डिफ्यूज करने के बजाय वाहन को उड़ा दिया।
#WATCH J&K: In-situ explosion of the vehicle, which was carrying IED, by Police in Pulwama.
Major incident of vehicle-borne IED explosion was averted by Police, CRPF & Army after Pulwama Police got credible info last night that a terrorist was moving with an explosive-laden car pic.twitter.com/UnUHSYB07C
— ANI (@ANI) May 28, 2020
जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने ट्वीट कर कहा, “खुफिया जानकारी के आधार पर पुलवामा पुलिस, सीआरपीएफ और सेना ने समय पर कार्रवाई करते हुए आईईडी विस्फोट से होने वाली एक बड़ी त्रासदी को टाल दिया।”
A major incident of a vehicle-borne IED blast averted by the timely input and action by Pulwama Police, CRPF and Army: Kashmir Zone Police #JammuAndKashmir pic.twitter.com/oR0aVMZYG0
— ANI (@ANI) May 28, 2020
खबर के अनुसार, सुरक्षा बलों ने बुधवार देर रात दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के राजपोरा में एक कार को इंटरसेप्ट किया। पुलिस के पास एक अकेली कार के बारे में पुलवामा के शादिपुरा, (राजपुरा रोड) पर ट्रैक किया गया एक विशिष्ट इनपुट था।
हालांकि, वाहन चालक को हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकवादी बताया जा रहा है, लेकिन वह अंधेरे का फायदा उठाते हुए गोलाबारी के बाद भागने में सफल रहा।
आपको बता दें कि इससे पहले पिछले साल जो पुलवामा में आतंकी हमला किया गया था, वह भी इसी तरह का था। जिसमें एक गाड़ी में बम रखा गया था और उसे सीआरपीएफ के काफिले में घुसा दिया गया था, फरवरी 2019 में हुए उस आतंकी हमले में करीब 45 जवान शहीद हो गए थे।