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UP: योगी के यूपी में मिले सम्मान से अभिभूत हुए विदेशी मेहमान

UP News: उत्तर प्रदेश की माटी पर हुए इस स्वागत से विदेशी मेहमान अभिभूत दिखे। वहीं नमो घाट पर भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच उनका दिव्य स्वागत किया गया। विदेशी मेहमानों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी खूब लुत्फ उठाया। वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का साथ पाकर प्रसन्न मेहमानों ने उनके संग फोटो भी खिंचवाई।

वाराणसी। देव दीपावली पर काशी पहुंचने वाले विदेश मेहमानों का भारत के ‘अतिथि देवो भवः’ की परंपरा से साक्षात्कार हुआ। प्रकृति व परमात्मा की असीम कृपा वाले उत्तर प्रदेश में सोमवार को विदेशी मेहमानों का अभूतपूर्व स्वागत हुआ। 70 देशों के राजदूत व 150 विदेशी डेलीगेट्स के एयरपोर्ट पहुंचने पर टीका लगाकर अंगवस्त्र भेंट किया गया। उत्तर प्रदेश की माटी पर हुए इस स्वागत से विदेशी मेहमान अभिभूत दिखे। वहीं नमो घाट पर भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच उनका दिव्य स्वागत किया गया। विदेशी मेहमानों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी खूब लुत्फ उठाया। वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का साथ पाकर प्रसन्न मेहमानों ने उनके संग फोटो भी खिंचवाई।

मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री का भी किया गया स्वागत

वहीं एयरपोर्ट और नमो घाट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी का भव्य स्वागत किया गया। स्वागत करने वालों में प्रदेश सरकार के मंत्री जयवीर सिंह, सांसद मछलीशहर बीपी सरोज, महापौर अशोक तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पूनम मौर्या, विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी, सौरभ श्रीवास्तव, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा, जिलाधिकारी एस राजलिंगम आदि ने स्वागत किया।

जल, थल और नभ में रही अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था, जल मार्ग पर बने थे यातायात के नियम

देव दीपावली पर पर्यटकों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए घाटों को 8 जोन, 11 सेक्टर और 32 सब सेक्टर में बांटा गया था। कई चक्र में सुरक्षा के इंतजाम भी किए गए थे। घाटों, नदियों और सड़क पर सुरक्षा, यातायात व्यवस्था, पार्किंग, इमरजेंसी प्रबंधन, क्यूआरटी, इंट्री एंड एग्जिट को लेकर पूरी तैयारी का खाका पहले से ही तैयार किया गया था। महिलाओं की सुरक्षा के लिए पिंक बूथ, एंटी रोमियो स्कवॉयड आदि की तैनाती की गई थी। गंगा में नावों से चलने के लिए दोनों दिशाओं से लेन निर्धारण किया गया था। नावों पर सुरक्षा के उपकरण, नाविकों को अधिक सवारी और नशा न करके नाव चलने की हिदायत दी गई थी। एनडीआरएफ और जल पुलिस के जवान बोट, अत्याधुनिक उपकरणों और चिकित्सकों की टीम के साथ वाटर एम्बुलेंस लेकर तैनात थे।