नई दिल्ली। कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति अभिजीत गंगोपाध्याय आज भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने राज्य भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी और अन्य पार्टी नेताओं की उपस्थिति में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
इससे पहले न्यायधीश अभिजीत गंगोपाध्याय ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा देने के कुछ ही घंटों बाद भाजपा में शामिल होने का ऐलान किया था। भाजपा में शामिल होने का ऐलान करने के बाद कलकत्ता हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय ने बताया था कि पार्टी उन्हें जो भी सीट देगी, वह वहां से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा, “मैं भाजपा में इसलिए शामिल हो रहा हूं, क्योंकि यह एक राष्ट्रीय पार्टी है और बंगाल में तृणमूल कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रही है।”
#WATCH | Kolkata, West Bengal | Former Calcutta High Court judge Justice Abhijit Gangopadhyay joins the BJP in the presence of state party chief Sukanta Majumdar, LoP Suvendu Adhikari and others. pic.twitter.com/hOPGX9p33j
— ANI (@ANI) March 7, 2024
गौरतलब है कि गंगोपाध्याय इसी साल अगस्त में रिटायर होने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने से पहले अभिजीत गंगोपाध्याय ने कहा कि उन्होंने न्यायाधीश के रूप में अपना काम पूरा कर लिया है। न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय ने कहा था, “अदालत में एक न्यायाधीश उन मामलों से निपटता है जो उसके सामने आते हैं, वो भी अगर कोई व्यक्ति मामला दायर करता है तो। लेकिन जितना मैंने देखा और महसूस किया है हमारे देश में और हमारे राज्य पश्चिम बंगाल में भी बड़ी संख्या में बहुत असहाय लोग हैं। इसलिए मैंने सोचा है कि केवल राजनीतिक क्षेत्र ही उन लोगों को उनके लिए कार्य करने का मौका दे सकता है जो उन असहाय लोगों के संबंध में कदम उठाना चाहते हैं।”
जस्टिस गंगोपाध्याय वही हैं, जिन्होंने कभी सीबीआई को जांच की धीमी गति पर फटकार लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिकायत की बात कही थी। वह हमेशा सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के निशाने पर रहे। हाजरा कॉलेज, से लॉ की पढ़ाई करने वाले न्यायाधीश गांगुली राज्य सेवा के अधिकारी भी रहे चुके हैं। गांगुली 2018 में कलकाता हाईकोर्ट में बतौर न्यायाधीश नियुक्त हुए थे। 2020 में उनकी नियुक्ति स्थायी हुई थी।