नई दिल्ली। पवित्र नगरी प्रयागराज से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो लोगों को बरगलाने का काम कर रहा था और इसके लिए वो हिंदू धर्म के ग्रंथों की लोगों के सामने गलत व्याख्या कर रहा था। मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें से दो लड़के माघ मेले में पुस्तक बेचने का काम कर रहे थे जबकि एक इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड है। तो चलिए जानते हैं कि आखिर ये पूरा मामला क्या है।
हिंदू धर्म की गलत किताब बेचने का आरोप
प्रयागराज पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया है कि माघ मेला में हिन्दू धर्म की आस्था को ठेस पहुंचाने के आशय से अपनी पहचान छिपाकर कूटरचित संदिग्ध इस्लामी पुस्तके बेचने वाले गिरोह के 03 सदस्य थाना दारागंज व SOG की संयुक्त टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया है और उनके पास से अप्रमाणित पुस्तकें भी बरामद की गई है। आरोपियों के नाम समीर और मोनिश स्टॉल हैं जो माघ मेले में हिंदू धर्म की किताबों की गलत व्याख्या करके लोगों को बेचने और फ्री में देने का काम कर रहे थे जबकि तीसरा शख्स महमूद हसन गाजी है जो कि गाजियाबाद से दोनों आरोपियों को किताबें भेजने का काम करता था।
माघ मेला में हिन्दू धर्म की आस्था को ठेस पहुंचाने के आशय से अपनी पहचान छिपाकर कूटरचित संदिग्ध इस्लामिक पुस्तके बेचने वाले गिरोह के 03 सदस्यों की गिरफ्तारी व भारी संख्या में अप्रमाणित पुस्तकों की बरामदगी के सम्बन्ध में अपर पुलिस उपायुक्त अपराध द्वारा दी गयी बाइटः- https://t.co/eK6ieECTMJ pic.twitter.com/SLHAJqTiDs
— POLICE COMMISSIONERATE PRAYAGRAJ (@prayagraj_pol) January 17, 2023
3 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस का कहना है कि इस गिरोह का मकसद सॉफ्ट लोगों को टारगेट कर अपने गिरोह में शामिल करना हैं। ये ऐसे लोगों को निशाना बना रहे थे, जो आसानी से उनकी बातों में फंस सके। पुलिस का कहना है कि किताबें भी अप्रमाणित थी जो हिंदू धर्म से जुड़े लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा सकती हैं। मामले की जानकारी मिलते ही हमने एक्शन लेते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि पहले दोनों आरोपी हिंदू थे लेकिन मोनिश ने 2 साल पहले और समीर ने 12 साल पहले हिंदू धर्म को छोड़ मुस्लिम धर्म को अपनाया था। जिसके बाद से ये दोनों मिलकर बाकी लोगों को बरगलाने का काम कर रहे हैं।