नई दिल्ली। अगर आप हर रोज सुबह-सुबह गर्मा-गर्म चाय की चुस्की के साथ अखबारों में कैद खबरों को पढ़ने का शगल रखते हैं, तब तो फिर आपने आज सुबह के अखबारों में प्रधानमंत्री नरेंद्र के तीन दिवसीय यूरोप दौरे से संबंधित खबरों के बारे में तो जरूर ही पढ़ा होगा और आपको यह पता ही होगा कि कैसे प्रधानमंत्री ने जर्मनी दौरे के दौरान अपनी कूटनीति का डंका बजवाया है। इस दौरान उन्होंने जर्मनी चांसलर अल्फोज से भी मुलाकात की। उनसे कई मसलों पर वार्ता की। आखिर वार्ता के दौरान किन मसलों का प्रमुखता से जिक्र किया है, उसके बारे में हम आपको तफसील से सब कुछ बताएंगे, लेकिन उससे पहले पीएम मोदी के जर्मनी दौरे के दौरान कुछ ऐसा देखने को मिला है, जिसने भारत और जर्मनी ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया को बड़ा पैगाम दे दिया है।जी हां…अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर आप किस पैगाम की बात कर रहे हैं। तो आपको बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जर्मनी दौरे के दौरान प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने किसी भी भारतीय का दिल नहीं दुखाया।
सभी से एक एक करके मुखातिब हुए। उनके द्वारा भारतीयों से की जाने वाली मुलाकात के कई वीडियो कल और आज सोशल मीडिया पर वायरल होते दिखें। लेकिन इस बीच एक बेहद ही दिलचस्प वाकया देखने को मिला। दरअसल, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिंदुस्तानियों को संबोधित कर रहे थे, उस वक्त सभी भारतीय पूरे दिल से यह नारा लगा रहे थे कि वन्स मोर मोदी, यानी की एक बार फिर से नरेंद्र मोदी। अब अगर आपको सियासत की तनिक भी समझ होगी, तो आपको यह समझने में तनिक भी दुश्वारियां नहीं आएंगी कि नारे लगा रहे लोगों का सीधा संकेत सीधा 2024 के आगामी लोकसभा चुनाव से था, जिसमें वे एक बार फिर से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं।
बहरहाल, इस नारे ने एक बार फिर से यह साफ कर दिया है कि एक बार फिर से प्रधानमंत्री की कुर्सी पर अगर कोई विराजमान होने जा रहे हैं, तो वो कोई और नहीं, बल्कि नरेंद्र मोदी ही हैं। चलिए, अब आगे हम आपको इसका वीडियो भी दिखाते हैं। इस वीडियो पर सभी अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं। बहरहाल, आपका इस पूरे मसले पर क्या कुछ कहना है।
आप हमें कमेंट कर बताना बिल्कुल भी मत भूलिएगा। बता दें कि जर्मनी दौरे के बाद आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डेनमार्क दौरे पर गए हैं। ध्यान रहे कि रूस-यूक्रेन युद्ध को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा काफी अहम था। बहरहाल, प्रधानमंत्री ने जर्मनी चांसलर से मुलाकात के दौरान यह साफ कर दिया है कि वे शांति के पक्ष में हैं। उन्होंने दो टूक कहा कि इस युद्ध में कोई भी विजेता नहीं हो सकता है। युद्ध किसी भी देश के हित में नहीं है। लिहाजा मनासिब रहेगा कि सभी अपने पारस्परिक मतभेदों को भुलाकर शांति की पैरोकारी करे। खैर, अब जर्मनी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डेनमार्क दौरे पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। अब ऐसे में देखना होगा कि डेनमार्क दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किन किन मसलों पर अपनी राय साझा करते हैं।