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Bihar Politics: नीतीश कुमार बोले- तेजस्वी ही संभालेंगे बिहार की कमान, तो पलटकर लालू के बेटे ने दिया ये ‘रिटर्न गिफ्ट’

बिहार में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के महागठबंधन की सियासत आजकल ‘गिफ्ट’ और ‘रिटर्न गिफ्ट’ के अंदाज में चल रही है। नीतीश ने तेजस्वी को भावी सत्ता में अहम रोल देने की बात कही। अब लालू यादव के बेटे ने नीतीश के लिए इस अंदाज में रिटर्न गिफ्ट दिया है।

पटना। बिहार में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के महागठबंधन की सियासत आजकल ‘गिफ्ट’ और ‘रिटर्न गिफ्ट’ के अंदाज में चल रही है। नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा था कि साल 2025 में तेजस्वी को ही वो राज्य की कमान सौंपने के पक्ष में हैं। नीतीश ने महागठबंधन के नेताओं की बैठक के बाद मीडिया से ये भी कहा था कि अब मैं सीएम या पीएम बनना भी नहीं चाहता। अब नीतीश के इस बयान के बाद तेजस्वी का बयान भी रिटर्न गिफ्ट के तौर पर आ गया है। तेजस्वी ने कहा है कि नीतीश कुमार उनके अभिभावक हैं और उनके नेतृत्व में ही काम हो रहा है। तेजस्वी ने ये भी कहा कि हम आगे और मजबूती से काम करेंगे।

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तेजस्वी का ये बयान इस मायने में भी अहम है, क्योंकि कुढ़नी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में नीतीश की जेडीयू के उम्मीदवार की बीजेपी के हाथ पराजय हुई है। इसके बाद से ही नीतीश पर आरजेडी के नेता इस्तीफा देने का दबाव डाल रहे थे। कुढ़नी से आरजेडी के विधायक रहे अनिल कुमार सहनी ने साफ तौर पर कहा था कि नीतीश को सत्ता छोड़कर तेजस्वी को सीएम बना देना चाहिए। वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने ये कह दिया था कि 2024 में लोकसभा चुनाव में अगर विपक्ष की जीत हुई, तो पीएम पद पर कौन बैठे ये उनकी पार्टी का आलाकमान ही तय करेगा।

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आरजेडी के नेता शिवानंद तिवारी (फाइल फोटो)

इससे पहले भी आरजेडी की तरफ से नीतीश पर निशाना साधा जाता रहा है। खास बात ये कि ये निशाना लालू और तेजस्वी यादव के करीबी नेता ही साधते रहे हैं। लालू और तेजस्वी के करीबी शिवानंद तिवारी ने कुछ महीने पहले सार्वजनिक तौर पर नीतीश के खिलाफ बयान दिया था। शिवानंद ने कहा था कि नीतीश को अब सियासत से संन्यास लेना चाहिए। उन्होंने नीतीश कुमार को आश्रम में जाकर रहने की नसीहत भी दे दी थी।