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Padam Awards 2025 : गोवा की 100 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी, कुवैत की योगा ट्रेनर, ब्राजील के वेदांत गुरु समेत इन हस्तियों को मिलेगा पद्म सम्मान

Padam Awards 2025 : गणतंत्र दिवस से पहले केंद्र सरकार ने पद्म पुरस्कार से सम्मानित होने वाली 30 हस्तियों के नाम का ऐलान कर दिया है। इस बार पद्मश्री पाने वालों में विदेशी नागरिक भी हैं जो योग और अन्य क्षेत्र में काम करते हुए भारतीय संस्कृति और परंपरा को समृद्ध करने में अपना योगदान दे रहे हैं। इनके अलावा किसान से लेकर लोकगायक तक बहुत से ऐसे लोगों को सम्मानित किया जाएगा जो अभी तक गुमनाम थे।

नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस से पहले केंद्र सरकार ने पद्म पुरस्कार से सम्मानित होने वाली हस्तियों के नाम का ऐलान कर दिया है। इस बार पद्म सम्मान पाने वालों में कुछ विदेशी नागरिक भी हैं जो योग और अन्य क्षेत्र में काम करते हुए भारतीय संस्कृति और परंपरा को समृद्ध करने में अपना योगदान दे रहे हैं। कुवैत की योगा ट्रेनर शेखा ए जे अल सबा, ब्राजील के वेदांत गुरु (जोनास मासेटी असली नाम), गोवा निवासी 100 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी लीबिया लोबो सरदेसाई समेत तमाम हस्तियों को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

जोनास मैसेटी

ब्राजील के रियो डी जनेरियो के एक मैकेनिकल इंजीनियर से आध्यात्मिक नेता बने जोनास मैसेटी को ब्राजील और उसके बाहर वेदांत और भारतीय दर्शन को लोकप्रिय बनाने के उनके प्रयासों के लिए पहचाना जाता है।

शेखा ए जे अल सबा

कुवैत की एक प्रमुख योग प्रशिक्षक शेखा ए जे अल सबा ने कुवैत के पहले लाइसेंस प्राप्त योग स्टूडियो, दरात्मा की स्थापना की है।

वेंकप्पा अंबाजी सुगातेकर

बागलकोट के 81 वर्षीय गोंधली लोक गायक, वेंकप्पा सुगातेकर घुमंतु समाज में एक प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं और उन्हें ‘गोंधली’ संगीत और कहानी कहने के भीष्म के रूप में जाना जाता है।

नरेन गुरुंग

गंगटोक के एक बहुमुखी लोक कलाकार नरेन गुरुंग ने सिक्किमी नेपाली लोक संगीत और नृत्य परंपराओं को संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए 60 साल समर्पित किए हैं।

डॉ. नीरजा भाटला

सर्वाइकल कैंसर का पता लगाने, रोकथाम और प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने वाली दिल्ली की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरजा भाटला को पद्म श्री से सम्मानित किया गया है।

भीम सिंह भावेश

भोजपुर के सामाजिक कार्यकर्ता भीम सिंह भावेश को उनकी संस्था ‘नयी आशा’ के माध्यम से पिछले 22 वर्षों से समाज के सबसे वंचित समूह मुसहर समुदाय के उत्थान के लिए अथक प्रयास करने के लिए पद्मई श्री से सम्मानित किया गया है।

पी दत्चानमूर्ति

पी दत्चानमूर्ति 5 दशकों से अधिक के अनुभव के साथ दक्षिण भारतीय संगीत और संस्कृति के लिए महत्वपूर्ण शास्त्रीय ताल वाद्ययंत्र थाविल में विशेषज्ञता हासिल करने वाले वाद्ययंत्र वादक हैं।

एल हैंगथिंग

एल हैंगथिंग नोकलाक, नागालैंड के एक फल किसान हैं, जिनके पास गैर-देशी फलों की खेती में 30 वर्षों से अधिक की विशेषज्ञता है।

इन हस्तियों को भी मिलेगा पद्म सम्मान

जगदीश जोशीला – साहित्य एवं शिक्षा (निमाड़ी) मध्य प्रदेश

ह्यूग और कोलीन गैंट्ज़र – ट्रैवल ब्लॉगर दंपति और लेखक, उत्तराखंड

हरिमन शर्मा – सेब किसान, हिमाचल प्रदेश

हरविंदर सिंह – खेल (दिव्यांग), तीरंदाजी, हरियाणा.

विलास डांगरे – होम्योपैथी चिकित्सा, महाराष्ट्र

भेरू सिंह चौहान – गायन, मध्य प्रदेश.

जुमदे योमगाम गैमलिम – सामाजिक कार्य, अरुणाचल प्रदेश