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PM Modi on Women Reservation Bill: ‘ईश्वर ने पवित्र काम के लिए मुझे चुना’,… महिला सशक्तिकरण बिल पर पीएम मोदी का बड़ा ऐलान

पीएम मोदी महिला आरक्षण बिल पेश किए जाने से पहले कई ऐसे मसलों पर अपनी बात रखी जिसके बाद विपक्षी खेमे में खलबल मच गई। कोई गुरेज नहीं यह कहने में कि प्रधानमंत्री ने विपक्ष के महिलाओं के पिछड़े होने की मुख्य वजह के रूप में रेखांकित किया।

नई दिल्ली। संसदीय इतिहास में आज का दिन अभूतपूर्व रहा। पुरानी संसद के साथ-साथ पुरानी स्मृतियों को भी अलविदा कहकर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बीजेपी नेताओं ने नई संसद में कदम रखा। नई संसद में कदम रखते हुए केंद्र सरकार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने टेबल पर रखा। फिलहाल, विपक्ष के भारी हंगामे को ध्यान में रखते हुए लोकसभा को आगामी 20 सितंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। अब कल यानी की बुधवार को राज्यसभा में यह बिल पेश किया जाएगा। बीते मंगलवार को पीएम मोदी के नेतृत्व में हुई बैठक में महिला आरक्षण बिल पर मुहर लगाई गई थी। वहीं, दोनों सदनों में बिल के पारित हो जाने के बाद यह कानून का रूप धारण कर लेगा, जिसके बाद लोकसभा सहित विभिन्न राज्यों की विधानसभा में महिला राजनेताओं को 33 फीसद आरक्षण प्रदान किया जाएगा। सरकार ने यह कदम राजनीति के मोर्चे पर महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में उठाया है।

बेशक विपक्ष ने सरकार के इस कदम का समर्थन किया है, लेकिन दुबी जुबां से विरोध करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। बता दें कि विपक्ष की ओर से लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने महिला आरक्षण बिल का स्वागत किया, लेकिन उन्होंने यह कहने से तनिक भी गुरेज नहीं किया कि पूर्व में हमारी सरकार ने भी सियासी मोर्चे पर महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में उठाया था। पूर्व में हमारी सरकार भी इस बिल के समर्थन में रही है। उधर, सरकार की ओर से केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने महिला आरक्षण बिल पेश किया तो विपक्ष की ओर से हंगामा तेज हो गया।

वहीं, पीएम मोदी महिला आरक्षण बिल पेश किए जाने से पहले कई ऐसे मसलों पर अपनी बात रखी जिसके बाद विपक्षी खेमे में खलबल मच गई। कोई गुरेज नहीं यह कहने में कि प्रधानमंत्री ने विपक्ष को महिलाओं के पिछड़े होने की मुख्य वजह के रूप में रेखांकित किया। वहीं, प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं अपने आपको सौभाग्यशाली समझता हूं कि मुझे ईश्वर ने इस पावन काम के लिए चुना है।

बता दें कि महिला आरक्षण बिल को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच श्रेय लेने की सियासी लड़ाई शुरू हो चुकी है। जहां एक तरफ सत्तापक्ष दल इसे अपनी उपलब्धि के रूप में रेखांकित करने की कोशिश कर रहे हैं, तो वहीं विपक्ष की ओर से लगातार यह बताने की कोशिश हो रही है कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में इस तरह के कदम हमारी सरकार की ओर से पहले भी उठाए जा चुके हैं। वहीं, अब लोकसभा के बाद राज्यसभा में यह बिल पेश किया जाएगा। जिसके बाद यह कानून का रूप धारण कर लेगा। लेकिन, इसका आागमी लोकसभा चुनाव में इसका कुछ असर पड़ेगा। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।