
अहमदाबाद। गुजरात हाईकोर्ट ने खुद संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ वकील भास्कर तन्ना के खिलाफ अदालत की अवमानना का मामला चलाने का फैसला किया है। गुजरात हाईकोर्ट की कार्यवाही के दौरान ऑनलाइन जुड़े वकील बीयर पीते और फोन पर बात करते दिखे थे। इस मामले का वीडियो सामने आने के बाद गुजरात हाईकोर्ट के जस्टिस एएस सुपेहिया और जस्टिस आरटी वचानी की बेंच ने ये फैसला किया है। बेंच ने इस मामले में नाराजगी जताते हुए कहा कि वकील भास्कर तन्ना क के सीनियर एडवोकेट होने का तमगा वापस ले लेना चाहिए। हालांकि, कोर्ट ने इस तरह की कार्रवाई से पहले अवमानना मामला चलाने का फैसला किया।
सोशल मीडिया में जो वीडियो आया, उसमें दिखा कि गुजरात हाईकोर्ट के जस्टिस संदीप भट्ट की अदालत की कार्यवाही चलने के दौरान 25 जून को वकील भास्कर तन्ना ने बीयर पी और फोन पर बात की। इस पर जस्टिस सुपेहिया ने कहा कि सुनवाई के दौरान फोन पर बात करना और बीयर पीने का सोशल मीडिया पर आया वीडियो वकील भास्कर तन्ना का अवमानना वाला व्यवहार है। बेंच ने वकील भास्कर तन्ना के व्यवहार को घृणित और जघन्य बताया। कोर्ट ने कहा कि इस व्यवहार के व्यापक नतीजे होंगे। अगर इसे नजरअंदाज किया गया, तो ये कानून के शासन के लिए विनाशकारी होगा। जस्टिस सुपेहिया ने कहा कि वकील का व्यवहार कोर्ट की ओर से उन्हें दिए गए सीनियर एडवोकेट के विशेषाधिकार का उल्लंघन करता है। देखिए घटना का वीडियो।
Senior advocate Bhaskar Tanna sipping beer during virtual proceedings of the Gujarat High court. pic.twitter.com/ffSmfd6Rhl
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) July 1, 2025
कोर्ट ने वकील तन्ना को नोटिस जारी करने का आदेश देते हुए कहा कि उनको बेंच के सामने वर्चुअली पेश होना होगा। दो हफ्ते बाद इस मामले की सुनवाई होगी। कानून के हिसाब से देखें, तो खुद संज्ञान लेने का अर्थ किसी कोर्ट या अन्य प्राधिकारी की ओर से दूसरे पक्ष की याचिका या अनुरोध के बिना खुद ही पहल कर कार्रवाई करना होता है। इससे पहले गुजरात हाईकोर्ट का ही एक वीडियो बीते दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें कार्यवाही के दौरान एक व्यक्ति टॉयलेट सीट पर बैठा दिखा था।