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Gujarat: इस मामले में गुजरात हाईकोर्ट ने CM केजरीवाल-संजय सिंह को दिया तगड़ा झटका, जानें पूरा माजरा

Gujarat: यह 2016 का मामला है, जब सीएम केजरीवाल से केंद्रीय सूचना आयोग ने उनसे उनके चुनावी फोटो पहचान पत्र के बारे में जानकारी मांगी थी, जिस पर केजरीवाल ने कहा था कि वो अपनी शैक्षिक सहित अन्य जानकारियां देने के लिए तैयार हैं, लेकिन उनकी शर्त यह है कि प्रधानमंत्री को भी उनकी शैक्षिक जानकारियों के बारे में खुलासा करना चाहिए।

नई दिल्ली। गुजरात हाईकोर्ट की तरफ से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आप सांसद राघव चड्ढा को तगड़ा झटका लगा है। दरअसल, कोर्ट ने दोनों आप नेताओं की उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें मांग की गई थी कि मानहानि मामले में उनके खिलाफ चल रही मुकदमे पर अंतरिम रोक लगाई जाए, लेकिन कोर्ट ने दोनों आप नेताओं की इस मांग को खारिज कर दिया, तो ये था मामले से जु़ड़ा ताजा अपडेट। अब आइए आगे आपको पूरा माजरा विस्तार से बताते हैं।

दरअसल, बीते दिनों आप संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री को लेकर व्यंग्यात्मक टिप्पणी की थी। उन्होंने प्रधानमंत्री को पांचवी पास बताया था और कहा था कि उनके पास फर्जी डिग्री है। बता दें कि गुजरात विश्वविद्यालय ने केजरीवाल के इस बयान पर आपत्ति जताते हुए उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद केजरीवाल और संजय सिंह को अहमदाबाद की एक मेट्रोपॉलिटिन अदालत ने आगामी 11 अगस्त को तलब किया था। वहीं, इससे पहले पांच अगस्त को सिटी सिविल एंड सेशंस कोर्ट अहमदाबाद ने रिवीजन पिटीशन का निपटारा होने तक मुकदमे पर रोक लगाने की उनकी मांग वाली याचिका खाारिज कर दी थी, जिसके विरोध में केजरीवाल और संजय सिंह ने गुजरात हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन वहां से भी दोनों नेताओं को तगड़ा झटका लगा है।

आपको बता दें कि यह 2016 का मामला है, जब सीएम केजरीवाल से केंद्रीय सूचना आयोग ने उनके चुनावी फोटो पहचान पत्र के बारे में जानकारी मांगी थी, जिस पर केजरीवाल ने कहा था कि वो अपनी शैक्षिक सहित अन्य जानकारियां देने के लिए तैयार हैं, लेकिन उनकी शर्त यह है कि प्रधानमंत्री को भी उनकी शैक्षिक जानकारियों के बारे में जानकारी देनी होगी। ध्यान दें कि केंद्रीय सूचना आयोग केजरीवाल के इस आवेदन को एक नागरिक के रूप में लिया और प्रधानमंत्री कार्यालय को निर्देश दिया गया कि प्रधानमंत्री से संबंधित शैक्षाणिक परिपत्रों का खुलासा किया जाए, ताकि किसी दस्तावेजी कार्यों में कोई बाधा ना आए, लेकिन इस बीच पीएम की डिग्री को लेकर सियासी बयानबाजी शुरू हो गई, जिसमें केजरीवाल सबसे आगे नजर आएं।

cm kejriwal

उन्होंने प्रधानमंत्री की डिग्री को फर्जी बताया। उन्होंने यहां तक कहने से गुरेज नहीं किया कि ये देश के सबसे कम पढ़े लिखे प्रधानमंत्री हैं, जबकि गुजरात विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री की एमए की डिग्री सार्वजनिक कर चुका था। वहीं, केजरीवाल के उक्त बयान पर गुजरात विश्वविद्यालय ने आपत्ति जताते हुए शिकायत दर्ज कराई, जिसे लेकर अभी-भी सियासी बयानबाजी का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।