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Haryana: सामाजिक समरसता के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत: डा. बनवारी लाल

Haryana: उन्होंने कहा कि सरकार ने जन धन योजना, उज्जवला योजना, स्वच्छ भारत मिशन, आयुष्मान भारत, चिरायु योजना, स्वास्थ्य सर्वेक्षण जैसी कल्याणकारी योजनाओं से हर वर्ग को लाभ पंहुचाने का कार्य किया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के माध्यम से 822 अंत्योदय मेले लगाकर पात्र लोगों को स्वरोजगार से जोड़ा है।

चण्डीगढ़। सहकारिता एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि प्रदेश सरकार महापुरुष सम्मान विचार योजना के तहत सभी संत महात्माओं एवं महापुरुषों की जयंतियों को सरकारी तौर पर मना रही है। इसी श्रृंखला में 3 फरवरी को मानेसर में प्रदेश स्तर पर संत शिरोमणि श्री रविदास जयंती मनाई जाएगी। सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने गुरुग्राम में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि चहुंमुखी विकास को पूर्ण रूप से सार्थक करने के लिए सामाजिक समरसता का होना अति आवश्यक है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में राज्य सरकार सामाजिक समरसता को कायम रखने के लिए निरंतर काम कर रही है। सरकार ने अपने आठ सालों में गरीब व्यक्तियों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करके उनके आर्थिक जीवन स्तर में सुधार करने का कार्य किया है।

banwari lal

उन्होंने कहा कि सरकार ने जन धन योजना, उज्जवला योजना, स्वच्छ भारत मिशन, आयुष्मान भारत, चिरायु योजना, स्वास्थ्य सर्वेक्षण जैसी कल्याणकारी योजनाओं से हर वर्ग को लाभ पंहुचाने का कार्य किया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के माध्यम से 822 अंत्योदय मेले लगाकर पात्र लोगों को स्वरोजगार से जोड़ा है। सहकारिता को बढावा देने के लिए युवाओं को हरहित स्टोर एवं वीटा बूथ उपलब्ध करवाये जा रहे हैं ।

जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर और पिछड़े वर्गों का पूर्णतः उदय ही मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का स्वप्न है और इस दिशा में निरंतर काम कर रहे है। उन्होंने बताया कि अंबेडकर मकान नवीनीकरण योजना की सहायता राशि 25 हजार रुपए से बढाकर 80 हजार रुपए करना, मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना राशि 71000 करना, मुख्यमंत्री सामाजिक समरसता अंतर्जातीय विवाह शगुन योजना राशि बढाकर 2.50 लाख रुपए करना तथा अनुसूचित जाति के लोगों के कल्याणार्थ कार्य करने वाली पंचायतों को प्रोत्साहन राशि देना जैसे कार्य पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति को लाभान्वित करना है।