नई दिल्ली। हाथरस मामले में योगी सरकार द्वारा सीबीआई से जांच करवाने की सिफारिश के बाद अब सीबीआई हरकत में आ चुकी है। बता दें कि इस मामले एसआईटी पहले से ही जांच कर रही है और वो अपनी रिपोर्ट अलग से देगी। वहीं इस केस की जांच करने को लेकर सीबीआई की जांच टीम बना दी गई है और ये टीम आज मौके वारदात पर जाकर क्राइम सीन का मुआयना करेगी। इससे पहले पीड़िता का परिवार सोमवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच के सामने पेश हुआ था। जहां इस मामले को सुना गया। जिसमें पीड़ित परिवार ने अपना दर्द अदालत के सामने बयां किया। फिलहाल अब इस मामले में सीबीआई जांच के जरिए कई राज खुलने के उम्मीद है। बता दें कि सीबीआई की जांच टीम आज घटना स्थल का दौरा कर सकती है, जहां से सबूत इकट्ठा करने की कोशिश होगी। CBI ने इस मामले से जुड़े सभी दस्तावाजों को स्थानीय पुलिस स्टेशन से इकट्ठा कर चुकी है।
हाई कोर्ट में सोमवार को हाथरस कांड की सुनवाई हुई, इस दौरान पीड़ित परिवार ने अपना बयान अदालत के सामने दर्ज कराया, जिसमें आरोप लगाया कि स्थानीय प्रशासन ने बिना उनकी सहमति के जल्दबाजी में पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया। पीड़िता के परिवार की वकील सीमा कुशवाहा के मुताबिक, अदालत ने इस दौरान सरकार के प्रतिनिधियों से सख्त सवाल पूछे जिनका उनके पास कोई जवाब नहीं था।
वहीं हाईकोर्ट ने इस मामले में की गई जल्दबाजी को लेकर अंतिम संस्कार करने, अंतिम संस्कार करने के तरीके और परिवार से अनुमति ना लेने पर फटकार लगाई गई। परिवार की ओर से जो आरोप लगाए गए हैं, उनपर अब दो नवंबर से बहस शुरू होगी। दूसरी ओर 15 अक्टूबर को इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई होनी है, जहां यूपी सरकार की ओर से परिवार की सुरक्षा के बारे में जानकारी दी जाएगी।