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सीरम इंस्टीट्यूट के नाम बड़ी सफलता, लॉन्च की भारत की पहली न्यूमोकोकल वैक्सीन, बच्चों के लिए कारगर

Pneumococcal Vaccine: न्यूमोसिल के लॉन्च को लेकर सीरम इंस्टीट्यूट(Serum Institute of India) के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा, “कई सालों से हमारा निरंतर प्रयास नियमित आपूर्ति के साथ उच्च गुणवत्ता वाले टीके प्रदान करना रहा है, जो दुनियाभर में बच्चों और परिवारों के लिए बेहतर प्रतिरक्षण कवरेज सुनिश्चित करता है।”

नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (सीआईआई) को एक बड़ी सफलता मिली है। बता दें कि सीरम की तरफ से भारत की पहली स्वदेशी विकसित न्यूमोकोकल वैक्सीन न्यूमोसिल को लॉन्च कर दिया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की हर्षवर्धन की उपस्थिति में कंपनी ने न्यूमोसिल को लॉन्च करने की घोषणा की। सोमवार को सीरम इंस्टीट्यूट की तरफ से जानकारी दी गई कि, पूर्णतया स्वदेशी वैक्सीन न्यूमोसिल को लॉन्च किया जा रहा है। बता दें कि सीआईआई संख्या (क्वांटिटी) के मामले में दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता है। बता दें कि यह टीका बच्चों के लिए काफी कारगर साबित होगा। बच्चों को न्यूमोकोकल रोगों (निमोनिया) से बचाने के लिए इसका इस्तेमाल काफी प्रभावी होगा। इस वैक्सीन के जरिए न्यूमोकोकल के खिलाफ प्रभावी और लंबे समय तक चलने वाला संरक्षण मिलेगा। इस वैक्सीन के लॉन्च होने के अवसर पर केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने इसे मील का पत्थर कहा।

pneumococca vaccine

उन्होंने कहा कि, “यह देश की सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि बच्चों को एक सस्ती और उच्च गुणवत्ता वाले टीके (वैक्सीन) के साथ न्यूमोकोकल बीमारी से बेहतर तरीके से बचाया जा सके।”

वहीं न्यूमोसिल के लॉन्च को लेकर सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा, “कई सालों से हमारा निरंतर प्रयास नियमित आपूर्ति के साथ उच्च गुणवत्ता वाले टीके प्रदान करना रहा है, जो दुनियाभर में बच्चों और परिवारों के लिए बेहतर प्रतिरक्षण कवरेज सुनिश्चित करता है।” उन्होंने कहा कि यह वैक्सीन बच्चों को न्यूमोकोकल बीमारी से बचाने के लिए एक आदर्श विकल्प है।

corona

अदार पूनावाला ने कहा कि इस बीमारी की वजह से दुनियाभर में पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए खतरा बना रहता है। 2018 में इस वजह से 67,800 बच्चों की मौत पांच साल से कम उम्र में हो गई। ऐसे बच्चों को बचाने में यह वैक्सीन कारगर रहेगी। सीरम इंस्टीट्यूट वह दवा कंपनी है, जो भारत में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन का परीक्षण और उत्पादन कर रही है।