
नई दिल्ली। गुजरात में पिछले पांच दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जिससे स्थिति अत्यंत गंभीर हो गई है। अब तक बारिश से संबंधित घटनाओं में 26 लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों के अनुसार, गुरुवार 29 अगस्त को भी गुजरात के कुछ इलाकों में भारी बारिश जारी रही, जो पिछले पांच दिनों से लगातार हो रही है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से अब तक 17,800 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
After heavy rain in #Vadodara‘s Kamanath Nagar, a 15-foot crocodile was rescued by the forest department. The crocodile, which had entered a house in Kamanath Nagar, was found in the water.@NewIndianXpress @santwana99 @Shahid_Faridi_ @TheMornStandard pic.twitter.com/KWHLmWDlQZ
— Dilip Singh Kshatriya (@Kshatriyadilip) August 29, 2024
वायरल वीडियो ने उड़ाए होश
सोशल मीडिया पर इन दिनों वडोदरा का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें बाढ़ के हालात की भयावहता को स्पष्ट देखा जा सकता है। वीडियो में चारों ओर पानी ही पानी नजर आ रहा है, और कई घर पानी में आधे से ज्यादा डूबे हुए दिखाई दे रहे हैं। इसी बीच एक हैरान कर देने वाला दृश्य भी सामने आया, जिसमें एक मगरमच्छ एक घर की छत पर लेटा हुआ नजर आ रहा है। इस वीडियो को देखकर लोगों के होश उड़ गए हैं और इसे सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है।
Crocodile 🐊 spotting
📍Makarpura Jambuva pic.twitter.com/dlO7FNr7C2— Our Vadodara (@ourvadodara) August 28, 2024
वडोदरा में मगरमच्छों का आतंक
वडोदरा में सैलाब ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। वहां हर तरफ बाढ़ का पानी फैला हुआ है, और लोग अपने घरों में कैद हैं। सड़कों पर कई फीट तक पानी भरा हुआ है, जिसके बीच लोग ट्रैक्टर की मदद से जरूरी सामान लेने अपने घरों से निकल रहे हैं। निचले इलाकों में बने घरों और दुकानों में बाढ़ का पानी घुस गया है। विश्रामित्री नदी के उफान पर होने के कारण वडोदरा में मगरमच्छ रिहायशी इलाकों में घुस गए हैं, जिससे लोगों की जान को खतरा पैदा हो गया है। वडोदरा की सड़कों पर पार्क की गईं करीब 10,000 कारें पानी में डूबी हुई हैं, जिससे वहां के निवासियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। स्थिति को देखते हुए प्रशासन लगातार राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है, और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की कोशिशें जारी हैं।