newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Wrestlers Protest: जंतर-मंतर पर भारी बवाल, हिरासत में लिए गए कई पहलवान, बजरंग पुनिया ने कहा- ये लोकतंत्र नहीं है…

इस बीच जैसे पहलवानों ने जंतर-मंतर की ओर से कूच किया, तो पुलिस ने पहलवानों को हिरासत में ले लिया। उधर, आरोप है कि पहलवानों ने बैरिकोड तोड़ने का प्रयास किया है। लेकिन पहलवानों ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।

नई दिल्ली। पिछले एक माह से भी अधिक समय से दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना जारी है। आज इसी कड़ी में जंतर-मंतर पर जमकर बवाल देखने को मिला है। कई पहलवानों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। दरअसल, पहलवानों ने ऐलान किया था कि वह नई संसद भवन के पास बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना देंगे। इस बीच जैसे ही पहलवानों ने जंतर-मंतर की ओर से कूच किया, तो पुलिस ने पहलवानों को हिरासत में ले लिया। उधर, आरोप है कि पहलवानों ने बैरिकेड तोड़ने का प्रयास किया। लेकिन पहलवानों ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। जिस पर अभी बवाल छिड़ा हुआ है। वहीं, पहलवानों ने नई संसद भवन की ओर कूच करने का प्रयास किया, तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। बताया जा रहा है कि उन्हें नई संसद भवन के सामने धरना देने की इजाजत नहीं दी गई थी, लेकिन पहलवानों का कहना है कि उन्होंने इस संदर्भ में बाकायदा पत्र लिख कर इजाजत मांगी थी।

बता दें कि पुलिस द्वारा उस वक्त पहलवानों को हिरासत में लिया गया, जब वह केरला हाउस पहुंच चुके थे। ध्यान दें कि केरला हाउस से नई संसद भवन की दूरी बहुत कम है। लेकिन उससे पहले कि पहलवान नई संसद भवन पहुंचते। उन्हें हिरासत में ले लिया गया। खबर है कि विनेश फोगाट को पुलिस हिरासत में लिया चुकी है। अब बजरंग पुनिया को भी हिरासत में लिया जा चुका है। उधर, बजरंग पुनिय़ा ने मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में इस स्थिति को अलोकतांत्रिक बताया है। पहलवानों का कहना है कि हमने पहले ही कह दिया था कि हमारा यह धरना प्रदर्शन शांतिपूर्वक होगा, लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस ने हमारी गतिविधियों को हस्तक्षेप कर शांति-व्यवस्था को बाधित करने का प्रयास किया। पहलवानों का आरोप है कि उन्हें पुलिस द्वारा घसीट कर ले जाया जा रहा है।

brijbhushan sharan singh

ध्यान रहे कि सबसे पहले जनवरी माह में पहलवानों ने कैसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। लेकिन बृजभूषण ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित बताया था। धरनारत पहलवान पिछले एक माह से भी अधिक समय से बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी नहीं की है। यही नहीं, इससे पहले बृजभूषण के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज नहीं की गई थी। वो तो दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया था जिसके बाद उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। उधर, इस पूरे मसले  को लेकर सियासत भी जोरो पर जारी है। बीते दिनों कई विपक्षी दलों ने दिल्ली स्थित जंतर मंतर पर पहुंचकर पहलवानों का समर्थन किया था और बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग की थी, लेकिन अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं की गई है, जिसे लेकर सियासत जारी है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।