रांची। झारखंड में मंगलवार तड़के हुए ट्रेन हादसे की वजह रेलवे के स्टाफ की लापरवाही है। इस लापरवाही की जानकारी सामने आ चुकी है। रेलवे के मुताबिक हावड़ा-मुंबई मेल तेज रफ्तार में थी। चक्रधरपुर के बड़ाबम्बू नाम की जिस जगह पर ट्रेन के 18 कोच पटरी से उतरे, वहां पहले से ही एक मालगाड़ी के वैगन पटरी से उतरे थे। मालगाड़ी खड़ी थी और हावड़ा-मुंबई मेल करीब 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आकर उससे टकरा गई। इस हादसे में 2 यात्रियों की जान चली गई और 30 यात्री घायल हुए। जिन 2 यात्रियों की मौत हुई, वे टॉयलेट में थे। तड़के करीब 3.39 बजे ये हादसा हुआ।
#WATCH | Jharkhand Train derail |Train Manager South Eastern Railway, Md. Rehan says, “Around 3.39 am, the train got derailed and many people got injured in the incident…The incident happened as a Goods Train had already derailed in the downline and Howrah-CSMT Express was… pic.twitter.com/Vz92dNoFxj
— ANI (@ANI) July 30, 2024
रेलवे के मुताबिक डाउन लाइन पर मालगाड़ी पटरी से उतरी थी और उसकी वजह से अप लाइन बाधित थी। इसी अप लाइन पर हावड़ा-मुंबई मेल आ रही थी। अब सवाल ये है कि जब मालगाड़ी पटरी से उतरी थी और उससे अप लाइन भी बाधित हो गई थी, तो रेलवे के स्टाफ ने इसकी जानकारी हावड़ा-मुंबई मेल के ड्राइवर और गार्ड को क्यों नहीं दिया? साथ ही बड़ा सवाल ये है कि बड़ाबम्बू में जिस जगह हादसा हुआ, उससे पहले के स्टेशन मास्टर को क्या जानकारी नहीं थी? रेलवे की जांच में इसका खुलासा होगा, लेकिन इस लापरवाही के कारण 2 लोगों को अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ा और दो दर्जन से ज्यादा यात्री घायल हुए।
VIDEO | Howrah-Mumbai Mail derailment: Visuals of mangled coaches of the train.
Two persons were killed and 20 others injured as at least 18 coaches of the Howrah-Mumbai Mail derailed in Jharkhand’s Seraikela-Kharsawan district early on Tuesday.#jharkhandtrainaccident… pic.twitter.com/yoo09uRqQh
— Press Trust of India (@PTI_News) July 30, 2024
रेलवे पिछले काफी समय से सवालों के घेरे में है। पिछले कुछ दिनों में ही कई ट्रेन हादसे हो चुके हैं। कई जगह मालगाड़ियां भी पटरी से उतरी हैं। ओडिशा में पिछले साल ही बड़ा ट्रेन हादसा हुआ था। जिसमें तमाम यात्रियों को जान गंवानी पड़ी थी। अहम सवाल ये है कि आए दिन पटरियों से ट्रेनें आखिर उतर क्यों रही हैं? जबकि, कोरोना काल में जब ट्रेनों का संचालन बंद था, तब रेलवे ने बड़ा अभियान चलाते हुए देशभर में खराब पटरियों को बदलने का काम भी किया था।