नई दिल्ली। एक बार फिर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) चर्चा में है इस बार इसके चर्चा में रहने का कारण राम नवमी के मौके पर हुआ बवाल है। दरअसल, हुआ कुछ यूं था कि कावेरी छात्रावास में दो गुट भिड़ गए। इस घटना में कई लोगों को चोटें भी आईं है। छात्रसंघ की तरफ से आरोप लगाए गए हैं कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्यों ने छात्रों (JNU Students) को छात्रावास में मांसाहारी भोजन खाने से रोका और हिंसा का पूरा माहौल बनाया। वहीं दूसरी तरफ एबीवीपी ने इस आरोप के जवाब में दावा किया है कि रामनवमी पर छात्रावास में आयोजित पूजा कार्यक्रम में वामपंथियों ने अड़चन पैदा की थी। अब इस पूरे मामले में सीताराम येचुरी का नाम भी जुड़ने लगा है। दरअसल, भाजपा नेता और आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने जेएनयू की घटना को सीताराम येचुरी के कार्यकाल विस्तार से जोड़ते हुए ट्वीट कर कहा कि ‘’क्या यह इत्तेफाक है कि जिस दिन सीताराम येचुरी को एक्सटेंशन मिला, उसी दिन जेएनयू में कॉमरेडों द्वारा बवाल किया गया और एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर हमला किया। क्या जेएनयू का कावेरी हॉस्टल उनका आखिरी गढ़ है?’’
येचुरी का JNU से क्या है संबंध
माकपा नेता येचुरी भी जेएनयू से पढ़े हुए हैं। येचुरी ने यहां से अर्थशास्त्र में एमए किया है जिसके बाद में उन्होंने इकनॉमिक्स में पीएचडी के लिए जेएनयू में दाखिला लिया था। हालांकि आपातकाल के दौरान उनकी गिरफ्तारी होने के कारण ये पूरा नहीं हो सका।
Is it a coincidence that on the day Sitaram Yechuri got an extension, comrades in JNU went on rampage, attacked ABVP activists, as if it was a vindication of sorts to see their supreme leader hold on to office for another term? Is Kaveri hostel of JNU their last bastion?
— Amit Malviya (@amitmalviya) April 11, 2022
तीसरी बार महासचिव बने हैं येचुरी
बीते दिन रविवार को माकपा के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी को लगातार तीसरी बार पार्टी के महासचिव चुना गया है। येचुरी ने माकपा के 23वें सम्मेलन में पार्टी के शीर्ष पद पर निर्वाचित होने के बाद उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि माकपा का प्रधान लक्ष्य भाजपा को अलग-थलग कर हराना है जो ‘फासीवादी’ आरएसएस के ‘हिंदुत्व के सांप्रदायिक एजेंडे’ को आगे बढ़ाने का काम कर रही है। इसी दिन फिर जेएनयू में बवाल देखने को मिला।
#JNU student Divya was greviously injured with a broken glass bottle as she arrived to attend the #RamNavami havan on the JNU campus.
#ABVP students were subjected to lewd abuses by AISA & SFI goons.And with that, the pseudo-secular brigade has gone into hibernation!!
1/2 pic.twitter.com/tiHi5hMN1Y
— Priti Gandhi – प्रीति गांधी (@MrsGandhi) April 10, 2022
हवन बनाम नॉन-वेज
जेएनयू में हुए इस हंगामे पर दोनों की तरफ से अपने-अपने दावे किए जा रहे हैं। ABVP के छात्रों का आरोप है कि हवन के दौरान वाम दलों के छात्रों ने रुकावट पैदा करने की कोशिश की। तो वहीं, लेफ्ट संगठन से जुड़े छात्रों ने ये आरोप लगाया कि एबीवीपी के छात्रों ने राम नवमी पर नॉन वेज खाना परोसने में परेशान किया गया। अब इस पूरी घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं, जिनमें अख्तरिस्ता अंसारी नाम की छात्रा के सिर से खून बहता हुआ भी देखा जा सकता है। हालांकि, अधिकारियों की तरफ से वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं की है।