
नई दिल्ली। बिहार की पोलिटिकल यादव फैमिली में इन दिनों सबकुछ उलट पुलट हो रहा है। कुछ समय पहले लालू प्रसाद यादव की तीनों बेटियों हेमा, रागिनी और चंदा के घर प्रवर्तन निदेशालय की रेड पड़ी थी और अब लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज पताप यादव के साथ बड़ा कांड हो गया है। दरअसल, लालू के बड़े बेटे और नीतीश सरकार के कैबिनेट मंत्री तेज प्रताप यादव के आवास को चोरों ने निशाना बनाया है। लैपटॉप समेत 5 लाख मूल्य के सामानों की चोरी कर ली गई है। बड़ी बात है कि चोरी के आरोपी जान-माल की क्षति पहुंचाने की धमकी दे रहे हैं। इस मामले में सचिवालय थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। तेजप्रताप नीतीश सरकार में वन एवं पार्यावरण मंत्री हैं। दर्ज एफआइआर के मुताबिक घटना होली के घटी है।
आपको बता दें कि चोरी की घटना सामने आने के बाद तेज प्रताप यादव ने वृंदावन से आए कलाकारों के ऊपर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है की सम्भवतः चोरी इन्हीं लोगों द्वारा की गई है। मंत्री के निजी सहायक मिशाल कुमार सिन्हा ने पुलिस को बताया कि घटना 9 मार्च की है। 10 मार्च की सुबह इसकी जानकारी लगी। पुलिस को दिए गए आवेदन में कहा गया है कि मंत्री तेजप्रताप होली खेलने में मशगूल थे। वृंदावन से कलाकारों को सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए बुलाया गया था। 9 मार्च को जब कार्यक्रम का आयोजन चल रहा था इसी दौरान उनके घर में चोरी की घटना को अंजाम दिया गया है।
Bihar Min Tej Pratap Yadav’s assistant M Sinha registered FIR against theft at Minister’s residence. He alleged that artists from Vrindavan who were called to perform for the festival of Holi at his residence carried out the theft. Police have initiated a probe into the case.… https://t.co/liW5btHXwc pic.twitter.com/B56xlzJWsT
— ANI (@ANI) March 12, 2023
गौरतलब है कि तेजप्रताप के घर में चोरी का आरोप वृंदावन से आए कलाकार दीपक कुमार समेत उसके छह अन्य साथियों पर लगाया गया है। आवेदन में मंत्री तेजप्रताप के निजी सहायक मिशाल कुमार सिन्हा ने बताया है कि आरोपी दीपक कुमार को जब चोरी को लेकर फोन किया गया तो उनके मोबाइल से जान-माल की क्षति पहुंचाने की धमकी दी जा रही है। आवेदन में आरोपी के मोबाइल नंबर का भी जिक्र किया गया है। कहा गया है कि कार्यक्रम के बाद 9 मार्च को सभी कलाकार मंत्री की आवास में ठहरे हुए थे। उनके द्वारा लैपटॉप और लाखों का कीमती सामान चुरा लिया गया। उसके बाद सभी कलाकार बगैर कोई सूचना या जानकारी दिए फरार हो गए। अगले दिन मंत्री जी को चोरी का अनुमान हुआ तो वृंदावन के कलाकारों को फोन मिलाया। उसके बाद उन लोगों की ओर से धमकाया जा रहा है।