नई दिल्ली। इन दिनों लुलु मॉल काफी सुर्खियों में है। बीते दिनों खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका उद्घाटन किया था। लेकिन उद्घाटन के चंद दिनों के बाद ही यह मॉल विवादों में आ गया। दरअसल, लुलु मॉल का एक वीडियो प्रकाश में आया था, जिसमें कुछ लोग नमाज अदा करते हुए नजर आ रहे थे, जिस पर हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों ने आपत्ति जताई और कहा कि अगर मॉल में फिर कभी नमाज अदा करने की जहमत उठाई गई, तो विरोध में हनुमान चालीसा पढ़ा जाएगा। बता दें कि हिंदू संगठनों की ओर से इस तल्ख प्रतिक्रिया पर लुलु मॉल ने अपनी ओर से जारी नोटिस में स्पष्ट कर दिया कि मॉल में नमाज अदा करने की इजाजत किसी को भी नहीं है, चूंकि यह एक सार्वजनिक संस्था है, जिसका सम्मान करने की नैतिक जिम्मेदारी हम सभी की बनती है, लेकिन अब खबर आई कि आज हिंदू महासभा संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने लुलु मॉल में हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए गए थे, जहां इनका विरोध किया गया था, जिसके जवाब में हिंदू महासंगठन के कार्यकर्ताओं ने मॉल के बाहर हंगामा किया।
प्रदर्शनकारियों की ओर से जय श्री राम के नारे भी लगाए गए। इसके बाद पुलिस की इस पूरे मामले में एंट्री हुई। जिसके बाद हिंदू महासभा से जुड़े 15 लोगों को हिरासत में ले लिया गया। वहीं, हिंदू महासभा के प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने शुक्रवार शाम मॉल में सुंदर कांड पढ़ने का ऐलान किया था, जिसके बाद उन्हें नजरबंद कर दिया गया है। इस मामले में चार लोगों को भी हिरासत में ले लिया गया है।
अब ऐसे में पुलिस आगे चलकर इस पूरे मामले में क्या कुछ कार्रवाई करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। लेकिन जिस तरह लुलु मॉल को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है, ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि आगामी दिनों में इसे लेकर राजनीतिक गलियारों में भी सियासी तपिश अपने चरम पर पहुंच सकती है।
गौरतलब है कि बीते दिनों लुलु मॉल में लोगों के नमाज पढ़ने का वीडिय़ो प्रकाश में आया था, जिस पर हिंदू महासभा संगठन की ओर से आपत्ति जताई गई थी। हिंदू महासभा संगठन की ओर से कहा गया था कि अगर निकट भविष्य में मॉल में नमाज अदा करने की कोशिश की गई है .तो हिंदू संगठन की ओर से इसके विरोध में हनुमान चालीसा और संदुरकांड जैसे हिंदू अनुष्ठान किए जाएंगे। बहरहाल, अब आगामी दिनों में यह पूरा माजरा क्या कुछ रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।