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PM Modi: मोदी-मोदी के नारों से गुंजयमान हिरोशिमा, भारतीयों ने दिल खोलकर किया अपने अजीज प्रधानमंत्री का इस्तकबाल  

आज जब पीएम जी-7 सम्मलेन में शिरकत करने जापान के हिरोशिमा पहुंचे तो कुछ ऐसा ही माहौल देखने को मिला। कहीं मोदी-मोदी के नारे लगे तो कहीं हिंदुस्तान जिंदाबार के नारे लगे तो कहीं झंडा ऊंचा रहे हमारा जैसे नारे लगे। यकीन मानिए, लोगों के बीच पीएम मोदी की महज एक झलक पाने की होड़ मची हुई थी।

यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वैश्विक आकर्षण नहीं तो और क्या है कि वो जहां कहीं भी जाते हैं, तो लोग उनके पीछे खींचे चले आते हैं। लोगों के बीच उनकी एक झलक पाने की बेताबी अपने चरम पर पहुंच जाती है। लेकिन, पीएम मोदी की दरियादिली का भी कोई जवाब नहीं है। वो कभी किसी को नाराज नहीं करते हैं। किसी से हाथ मिलाकर उसके प्रति अपनी उदारता प्रकट करते हैं, तो कभी किसे से गले मिलकर उसके प्रति अपना सम्मान प्रकट करते हैं।

वहीं, आज जब पीएम जी-7 सम्मलेन में शिरकत करने जापान के हिरोशिमा पहुंचे तो कुछ ऐसा ही माहौल देखने को मिला। कहीं मोदी-मोदी के नारे लगे तो कहीं हिंदुस्तान जिंदाबार के नारे लगे तो कहीं झंडा ऊंचा रहे हमारा जैसे नारे लगे। यकीन मानिए, लोगों के बीच पीएम मोदी की महज एक झलक पाने की होड़ मची हुई थी। लोगों में पीएम मोदी की मुखातिब होने की आस थी और प्रधानमंत्री ने लोगों की इसे आस पर पानी ना फरते हुए सभी से मुलाकात की। इस बीच कइयों ने पीएम मोदी से हाथ मिलाया। वहीं, नीचे लगे वीडियो में आप देख सकते हैं कि जापान में रह रहे हिंदुस्तानी लोगों में कैसे पीएम मोदी की इस्तकबाल कर रहे हैं।

उधर, आपको बता दें कि 6 दिवसीय जी-7 सम्मेलन में शामिल हिरोशिमा पहुंचे हैं। जहां उनकी मुलाकात युक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से भी प्रस्तावित है। रूस यूक्रेन युद्ध के बाद यह पहली बार है कि जब जेलेंस्की की पीएम मोदी से वार्ता होने जा रही है। हालांकि, इससे पहले पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच जारी युद्ध पर पहले ही बयान दे चुके हैं।

पीएम मोदी ने एक कार्यक्रम के दौरान स्पष्ट कर दिया था कि यह युद्ध का समय नहीं है, बल्कि बौद्ध का समय है, लेकिन इस बीच लोगों के बीच यह जानने की आतुरता थी कि आखिर भारत दोनों युद्धग्रस्त देशों में से किसका समर्थन करते हैं, क्योंकि भारत और रूस की दोस्ती जगजाहिर है, तो ऐसे में अमेरिका सहित अन्य देशों को लगा कि भारत को रूस को मौन समर्थन प्राप्त है।

यहां तक भारत ने रूस की आपत्ति को दरकिनार कर अपनी रूस से तेल की खरीद जारी रखी थी, जिसकी तारीफ इमरान खान भी कर चुके थें। बहरहाल, अब आगामी दिनों जी 7 सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी किन मसलों पर अपनी राय साझा करते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।