नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए सरकार ने लॉकडाउन लागू किया। जिसके चलते कई मजदूर फंस गए हैं। ऐसे में सरकार ने फंसे मजदूरों की घर वापसी के लिए सरकार ने बड़ा फैसला किया है।
सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने रेलवे को मजदूरों के लिए और ट्रेन चलाने की मंजूरी दे दी है। इसके लिए सभी जनरल मैनेजर को स्टेट चीफ सेक्रेटरीज से संपर्क कर ट्रेनें प्लान करने को कहा गया है।
Ministry of Home Affairs allows the movement of migrant workers, tourists, students and other persons stranded at different places, by special trains. pic.twitter.com/cYFRCvTBLj
— ANI (@ANI) May 1, 2020
उन्हें अपने स्तर पर निर्णय लेने और परस्पर कोऑर्डिनेट करने की स्वतंत्रता दी गई है। बता दें कि लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए लाखों प्रवासी मजदूरों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य लोगों को बुधवार को कुछ शर्तों के साथ उनके गंतव्यों तक जाने की अनुमति दी है।
तेलंगाना से झारखंड के लिए चली पहली ट्रेन
प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए तेलंगाना में लिंगमपल्ली से झारखंड के हटिया तक 1200 प्रवासियों को ले जाने वाली पहली ट्रेन शुक्रवार सुबह 4:50 बजे चली। 24 कोच की ट्रेन आज रात 11 बजे झारखंड के हटिया पहुंचेगी। दिशानिर्देशों के अनुसार क्वारंटीन आदि सहित सभी उचित प्रक्रिया का पालन किया जाएगा। लिंगमपल्ली से हटिया तक जो विशेष ट्रेन चलाई गई वो तेलंगाना सरकार के अनुरोध पर और रेल मंत्रालय के निर्देशानुसार चलाई गई है।