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#ModiRevivesIndianHeritage: विश्व स्तर पर कैसे भारतीय संस्कृति को बढ़ा रहे हैं PM मोदी? किरण रिजिजू ने ट्वीट कर बयां की कहानी

#ModiRevivesIndianHeritage: निसंदेह कुछ राजनीतिक अपने राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति करने के लिए पीएम मोदी को इस मोर्चे पर विफल करार देते हों, लेकिन उन्होंने अपने कार्यकाल में किए गए कार्यों के सराहनीय पहल से ना महज विपक्षियों को मौन रहने पर बाध्य कर दिया है, अपितु उन्हें अपने निर्धारित सीमाओं को अधीन भी रहने के लिए कहा है।

नई दिल्ली। विविध संस्कृतियों से शृंगारित राष्ट्र भारत के आधुनिक प्रणेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सभी को सीखना चाहिए कि कैसे देश को एक सूत्र में पिरोया जाता है। कैसे विविधता में एकता की बुनियाद को दृढ किया जाता है। कैसे विविध संस्कृतियों के बीच संतुलन व समन्वय स्थापित किया जाता है। कैसे विविध संस्कृतियों के मध्य आत्मीयपूर्ण प्रेम का प्रजनन किया जाता है। निसंदेह कुछ राजनीतिक अपने राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति करने के लिए पीएम मोदी को इस मोर्चे पर विफल करार देते हों, लेकिन उन्होंने अपने कार्यकाल में किए गए कार्यों के सराहनीय पहल से ना महज विपक्षियों को मौन रहने पर बाध्य कर दिया है, अपितु उन्हें अपने निर्धारित सीमाओं को अधीन भी रहने के लिए कहा है। आज इस रिपोर्ट में हम आपको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस दिशा में किए गए एक ऐसे ही प्रशंसनीय पहल के बारे में विस्तारपूर्वक बताने जा रहे हैं।

दरअसल, केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने इस मोर्चे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए पहल के बारे में तस्वीरों के रूप में ट्विटर के जरिए बताने की कोशिश की है। केंद्रीय मंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने कार्यकाल में विविध संस्कृतियों को एक सूत्र में पिरोने की कोशिश को तस्वीरों के जरिए ट्विटर पर प्रदर्शित किया। किरण रिजिजू ने पीएम मोदी द्वारा विभिन्न राज्यों के दौरे को तस्वीरों के रूप में प्रदर्शित किया है। जिसके बारे में आगे हम आपको बताने जा रहे हैं। बता दें, किरण रिजिजू ने कई ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए पहल के बारे में विस्तार से बताने की कोशिश की है।

देखिए किरण रिजिजू का ट्वीट

केंद्रीय मंत्री ने अपने पहले ट्वीट में कहा कि, ‘भारत इसकी संस्कृति है, इसकी विरासत है, सदियों से निर्मित है और आज भारत माननीय प्रधानमंत्री श्री के प्रयासों और दूरदृष्टि के कारण दुनिया को इस सॉफ्ट पावर को गर्व से प्रदर्शित करने में सक्षम है।’

इसके साथ ही उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में कहा कि, ‘पीएम मोदी ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के विचार को जीते हैं, वे जिस भी स्थान पर जाते हैं, वहां की पोशाक, हेडड्रेस और स्थानीय शैली को स्पोर्ट करते हैं- चाहे वह चेन्नई में शतरंज ओलंपियाड हो, हिमाचल प्रदेश की उनकी यात्रा जब वह कुमाऊंनी टोपी पहनते हैं, या इवेंट्स जहां पीएम मोदी पहने नजर आते हैं।

इसके अलावा उन्होंने अपने तीसरे ट्वीट में कहा कि, ‘…पूर्वोत्तर में पूर्ण स्थानीय पोशाक। ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ विभिन्न राज्यों के लोगों के बीच संपर्क और आपसी समझ को बढ़ाता है। हाल ही में ‘काशी तमिल संगम’ में देखा गया। अन्य प्राचीन कड़ियों को भी पुनर्जीवित किया गया है जैसे..

वहीं, उन्होंने अपने चौथे ट्वीट में कहा कि, ‘किंवदंती के अनुसार, अरुणाचल प्रदेश की रुक्मिणी को भगवान कृष्ण द्वारा ‘वीरतापूर्वक अपहरण’ कर लिया गया था ताकि उन्हें अवांछित विवाह में मजबूर होने से रोका जा सके। उन्होंने माधवपुर घेड और वेड की यात्रा की। आज, गुजरात और अरुणाचल इस साझी प्राचीन विरासत को एक साथ मनाते हैं।

वहीं, उन्होंने अपने छठे ट्वीट में कहा कि , ‘2015 में, पीएम मोदी ने लोगों से गांधी जयंती के लिए कम से कम एक खादी उत्पाद खरीदने का आग्रह किया और नियमित रूप से उसी का प्रचार किया, जिसके परिणामस्वरूप 2014 और 2022 के बीच खादी में कई गुना बिक्री हुई।

केंद्रीय मंत्री ने अपने अगले ट्वीट में कहा कि, पीएम मोदी की सरकार चुराई गई कलाकृतियों के प्रत्यावर्तन के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रहा है। पीएम मोदी की व्यक्तिगत भागीदारी के कारण, हमने 2014 के बाद से 200 से अधिक कलाकृतियों को पुनः प्राप्त किया है। इस स्मारकीय उपलब्धि को 2004-2014 के बीच संदर्भ में रखने के लिए, लौटाई गई कलाकृतियों की संख्या सिर्फ 1 थी!

उन्होंने अपने नौवे ट्वीट में कहा कि, ‘भारत की सांस्कृतिक विरासत के प्रति जी का दृष्टिकोण सुगम्यता है। 2014 से, पुनर्विकास परियोजनाओं ने देश भर में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक स्थलों के लिए आवश्यक बुनियादी ढाँचे और सुविधाओं को जोड़ा है।

इसके साथ ही उन्होंने अपने दंसवे ट्वीट में कहा कि, ‘वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर का कायाकल्प सभी देख रहे हैं। काशी के घाटों की सफाई का श्रेय उसी घाटों से स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत करते समय प्रधानमंत्री द्वारा स्वयं झाड़ू उठाये जाने को जाता है।

इसके अलावा उन्होंने अपने अगले ट्वीट में कहा कि, ‘बौद्ध पर्यटक सर्किट और समान बुनियादी ढांचे के साथ सांस्कृतिक अनुभव कुशीनगर या बोधगया दुनिया भर से भक्तों को आकर्षित कर रहे हैं। यह मंगोलिया से नेपाल तक पीएम मोदी की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति का भी प्रमुख तत्व रहा है।

इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने अपने अगले ट्वीट में कहा कि, यहां तक कि पीएम मोदी अपने मासिक #मनकीबात में पूरे देश को एक त्योहार या सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए शुभकामनाएं देते हैं, जिसे सिर्फ एक हिस्से में मनाया जा सकता है ताकि लोग भारत के विभिन्न हिस्सों में संस्कृति के बारे में जागरूक हों; और इस पर गर्व है।

इस तरह से आप देख सकते हैं कि कैसे केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विविध सांस्कृति से सुस्सज्जित राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोने का काम किया है। बहरहाल, आपका इन सभी ट्वीट और इनके साथ संलगन किए गए तस्वीरों को लेकर क्या कुछ कहना है। आप हमें कमेंट कर बताना बिल्कुल भी मत भूलिएगा। तब तक के लिए आप देश-दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम