नई दिल्ली। प्रत्यक्ष विदेशी निवेश मामले में सूचना प्रसारण सेक्टर में भारी उछाल देखने को मिला है। प्रिंट मीडिया में जहां उछाल की दर 231 फीसद रही तो वहीं रेडियो में भी उछाल की यह दर शानदार रही। आंकड़ों के जरिए इस पूरी स्थिति को समझने की कोशिश करें, तो प्रिंट मीडिया में निवेश का यह आंकड़ा वित्तीय वर्ष 2023-24 में 3,745 करोड़ के आसपास पहुंच चुका है। इसके अलावा मार्च में समाप्त चौथी तिमाही में इस क्षेत्र में एफडीआई दोगुना से अधिक होकर 820 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 375 करोड़ रुपये था।
उधर, दिसंबर 2022 को समाप्त तीसरी तिमाही में 1,535.2 करोड़ रुपये के मुकाबले तिमाही के दौरान विदेशी निवेशकों का निवेश 47% गिर गया। चौथी तिमाही में फिल्म और विज्ञापन उप-खंडों में 811 करोड़ रुपये का एफडीआई आया, जबकि रेडियो प्रसारण में 9 करोड़ रुपये का निवेश आया। इसके साथ ही इरेलिया ने आईपीएल की अहमदाबाद टीम के फ्रेंचाइजी अधिकार हासिल करने के लिए 5,625 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी।
FDI in information and broadcasting sector surges 231% to Rs 3,745 crore in FY23https://t.co/q7FYbZxUln
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— PMO India (@PMOIndia) August 14, 2023
हालांकि यह निवेश सरकार की I&B क्षेत्र की परिभाषा के तहत योग्य नहीं है, यह मीडिया और मनोरंजन (M&E) पारिस्थितिकी तंत्र का हिस्सा है।
वॉल्ट डिज़नी के स्वामित्व वाली लुकासफिल्म एंटरटेनमेंट कंपनी ने मार्च तिमाही के दौरान अपनी भारतीय इकाई लुकासफिल्म विजुअल इफेक्ट्स इंडिया में 160 करोड़ रुपये का निवेश किया। फिलहाल, एफडीआई का अन्य उद्योगों में क्या कुछ प्रभाव देखने को मिलता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।