नई दिल्ली। सिर्फ यात्रा का नाम ‘समाधान’ रख लेने से ही समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता नीतीश बाबू, बल्कि जमीन पर उतरकर खुद लोगों से मुखातिब होना पड़ता है। उनकी सुध लेनी होती है। उनके दुखों को अपनी आगोश में लपेटना पड़ता है, तब जाकर कहीं होता है समस्याओं का समाधान, लेकिन नीतीश बाबू तो सत्ता के खुमार में चूर महज अपनी यात्रा को ही अंजाम देने में लगे थे, लेकिन आज उनका यह खुमार उन्हें ले डूबा। आज लोगों ने उन्हें एहसास दिला ही दिया कि जरा संभल के रहिए बरखुरदार। सत्ता के नशे में ज्यादा मदहोश में मत हो जाइए। नहीं तो आपको याद दिला दिया जाएगा कि ये लोकतंत्र है।
खैर, मुद्दे पर आते हैं और मुद्दा यह है कि सीएम नीतीश कुमार की यात्रा में आज लोगों का गुस्सा भड़क उठा। नहीं.. नहीं…इसे गुस्सा नहीं, बल्कि भड़ास कहना मुनासिब रहेगा। समाधान यात्रा पर निकले नीतीश बाबू के सिर्फ हाई हेलो बोलकर रवाना होने की फितरत से लोग आज इस कदर आजिज हो गए कि उन्होंने मुख्यमंत्री की यात्रा को ताश के पत्तों की तरह बिखेर दिया। आपको बता दें कि जब लोगों को मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी समस्याओं को रखने का मौका नहीं मिला, तो उन्होंने अपने गुस्से का इजहार करते हुए कहा कि यह काहे की समाधान यात्रा है। चलो फूंक डाले इसे। फिर क्या था। लोगों ने इस यात्रा की बैंड बजा डाली। किसी ने टायर जलाए। तो किसी ने यात्रा में शामिल हुए नेताओं को उल्टे पांव लौटा दिया।
#WATCH | Locals of Dighari Panchayat, Korha block of Katihar raise slogans against Bihar CM Nitish Kumar at his ‘Samadhan Yatra’ alleging they were not allowed to meet the CM. The mob also set fire to posters featuring CM and Dy CM Tejashwi Yadav pic.twitter.com/R6SSzoA3KK
— ANI (@ANI) February 5, 2023
यह कुछ और नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री के खिलाफ लोगों का आक्रोश था। लोगों को इस बात से नाराजगी थी कि नीतीश कुमार हमसे मुखातिब होने की जहमत तक नहीं उठा रहे हैं। हमारी समस्याओं की सुध तक नहीं ले रहे हैं। शायद अब नीतीश बाबू को समझ में आ गया होगा कि सिर्फ यात्रा का ही नाम समाधान रख लेने से समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता है। हालांकि, बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित लोगों की समझाइश की और आवजाही को सामान्य बनाया। फिलहाल, मौके पर स्थिति संतुलित और नियंत्रित है। बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री को यात्रा के दौरान को कुछ युवकों ने विरोध में काले झंडे दिखाए थे। जिससे जाहिर है कि जमीनी स्तर लोगों के बीच नीतीश के खिलाफ गुस्सा है। अब ऐसी स्थिति में आगामी दिनों में सियासी मोर्चे पर उनके लिए कैसी स्थिति रहती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। लेकिन तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यज रूम पोस्ट.कॉम