newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Lawyers Burnt Effigy Of DM In Deoria : यूपी के देवरिया में सैकड़ों वकीलों ने निकाली डीएम की शवयात्रा, पुतला फूंका, जानिए क्या है मामला

Lawyers Burnt Effigy Of DM In Deoria : डीएम अखंड प्रताप सिंह और अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष सिंहासन गिरी के बीच 19 जून को कहासुनी हो गई थी। तभी से यह मामला तूल पकड़े हुए है। अधिवक्ताओं ने डीएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और हड़ताल पर चले गए। अधिवक्ता महासंघ का कहना है कि जब तक डीएम का तबादला नहीं हो जाता उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के देवरिया में अधिवक्ताओं और जिलाधिकारी के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है। आज बड़ी संख्या में एकत्र होकर वकीलों ने डीएम अखंड प्रताप सिंह की शव यात्रा निकाली और कचहरी चौराहे पर उनका पुतला फूंका। कलेक्ट्रेट में भारी पुलिस बल तैनात है। वकीलों द्वारा डीएम अखंड प्रताप सिंह के तबादले की मांग की जा रही है।

दरअसल जिलाधिकारी और वकीलों के बीच विवाद की शुरुआत 19 जून को हुई थी। जब डीएम अखंड प्रताप और अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष सिंहासन गिरी के बीच कहासुनी हो गई थी। सिंहासन गिरी मदनपुर के पुरैना शुक्ल निवासी एडवोकेट जय शिव शुक्ला के जमीन के एक मामले को लेकर डीएम अखंड प्रताप सिंह से मिलने गए। सिंहासन का आरोप है कि इस दौरान डीएम ने बदसलूकी की और अपशब्द कहते हुए उन्हें व अन्य वकीलों को केबिन से बाहर निकल जाने को कहा। इसके बाद से ही अधिवक्ताओं ने डीएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और हड़ताल पर चले गए। अधिवक्ता महासंघ का कहना है कि जब तक डीएम का तबादला नहीं हो जाता उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।

वहीं, विवाद से जुड़ा एक और मामला ये भी है कि देवरिया स्थित कलेक्ट्रेट ऑफिस में एक तीन मंजिला नई बिल्डिंग का निर्माण प्रशासन द्वारा कराया गया है। प्रशासन की ओर से इस बात पर हामी भरी गई थी कि इस बिल्डिंग का ग्राउंड फ्लोर अधिवक्ताओं को उनके चैंबर बनाने के लिए दिया जाएगा। मगर वकीलों का कहना है कि उन्हें सिर्फ ग्राउंड फ्लोर नहीं चाहिए, यह पूरी बिल्डिंग ही अधिवक्ताओं की है। दूसरी तरफ प्रशासन का कहना है कि इस नव निर्मित बिल्डिंग में सिर्फ ग्राउंड फ्लोर ही अधिवक्ताओं को दिया जाएगा क्योंकि पहली और दूसरी मंजिल में सरकारी विभागों के कार्यालय बनाए गए हैं। बस इसी बात को वकील नाराज हो गए। जब इस मुद्दे पर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष सिंहासन गिरी अन्य पदाधिकारियों के साथ डीएम अखंड प्रताप सिंह से मिलने के लिए उनके केबिन में पहुंचे तो वहां बात बिगड़ गई और दोनों पक्षों के तरफ से तू-तू, मैं-मैं शुरू हो गई।