
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में कांग्रेस की संविधान बचाओ रैली के दौरान मंच पर बैठने को लेकर पार्टी नेताओं में विवाद हो गया। कार्यक्रम में मौजूद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इस बात से खासे नाराज हो गए। दिग्विजय ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि मैं आज से किसी मंच पर नहीं बैठूंगा। जब बोलने का मौका आएगा तो मैं मंच पर जाकर अपनी बात रखूंगा। दिग्विजय बोले, मेरी प्रार्थना माननीय महासचिव जी से है, अध्यक्ष जी से है, विपक्ष के नेता जी से है कि मंच की लड़ाई समाप्त करो।
कांग्रेस में मंच की लड़ाई @digvijaya_28 की जुबान पर आई, अब मैं मंच पर नहीं बैठूँगा pic.twitter.com/xXWorgnGmJ
— Brajesh Rajput (@drbrajeshrajput) April 29, 2025
दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं अनुरोध करता हूं कि आगे से मैं मंच पर नहीं बैठूंगा, जब मेरी बोलने की बारी आए तो नीचे से उठकर मंच पर आ जाऊंगा। उन्होंने कहा कि जो लाते हैं वो बेचारे रह जाते हैं और कई अन्य लोग मंच पर आ जाते हैं। इन सब बातों पर ध्यान दीजिए। दिग्विजय सिंह का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स भी दिग्विजय सिंह के बयान पर अलग-अलग प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं। एक यूजर का कहना है कि यह कांग्रेस की वास्तविक सच्चाई है। कांग्रेस की रैलियों में रैली में आये लोगों से ज्यादा तो माननीय मंच पर आसीन दिखते हैं।
वहीं कुछ लोग दिग्विजय सिंह हो सीख दे रहे हैं कि सार्वजनिक मंच से उन्हें इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए। इससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचेगा। वहीं दिग्विजय के एक समर्थक का कहना है कि वो वरिष्ठ और जमीनी नेता हैं। उनको भलीभांति यह पता है कि कब क्या बोलना है। इससे पहले मुस्लिम समाज द्वारा आयोजित सद्भावना सम्मेलन कार्यक्रम में दिग्विजय सिंह की जुबान फिसल गई थी जब बाबरी विध्वंस के बाद हालात पर बात करते हुए उन्होंने कहा था कि हिंदू-मुसलमानों को जोड़कर हमने दंगा फसाद होने में पूरी कोशिश की। दरअसल वो कहना चाह रहे थे कि हमने दंगा फसाद रोकने में पूरी कोशिश की।