नई दिल्ली। कैश फॉर क्वेरी यानी पैसे और गिफ्ट लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में आज एथिक्स कमेटी के सामने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की पेशी है। इससे ठीक पहले महुआ मोइत्रा के दोस्त रहे जय अनंत देहाद्राई ने मीडिया में बयान दिया है। जय अनंत देहाद्राई ने कहा है कि वो इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं कर सकते कि महुआ मोइत्रा पर संसद की एथिक्स कमेटी क्या फैसला लेती है। पेशे से वकील जय अनंत देहाद्राई ने कहा कि ये आजाद देश है और कोई भी जो चाहे कह सकता है। उन्होंने कहा कि किसी से नहीं डरते और सच्चाई सामने लाएंगे। देहाद्राई ने महुआ मोइत्रा पर तंज कसते हुए कहा कि अगर कोई पीड़ित की भूमिका बनाकर कहानी बदलने की कोशिश कर रहा है, तो पूरा देश देख रहा है और जनता बहुत समझदार है।
#WATCH | ‘Cash for query’ charge against TMC MP Mahua Moitra | On Mahua Moitra, Advocate Jai Anant Dehadrai says, “I can’t comment about anybody else. It is a free country, anybody can say what they like. There are consequences to things that people say and at the appropriate… pic.twitter.com/iCOV5QLKWy
— ANI (@ANI) November 2, 2023
जय अनंत देहाद्राई और महुआ मोइत्रा के बीच पहले रिश्ते बहुत अच्छे थे। अचानक ही देहाद्राई ने महुआ पर कैश फॉर क्वेरी का आरोप लगाकर सीबीआई से शिकायत की थी। देहाद्राई की इसी शिकायत को बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को भेजकर महुआ मोइत्रा पर कार्रवाई की मांग की थी। जिस पर शिकायत को संसद की एथिक्स कमेटी को भेजा गया। एथिक्स कमेटी में बीते दिनों निशिकांत दुबे और जय अनंत देहाद्राई ने अपनी गवाही दी थी और सबूत सौंपे थे। इस मामले में महुआ के एक और करीबी कारोबारी दर्शन हीरानंदानी भी किरदार हैं। जय अनंत देहाद्राई ने आरोप लगाया था कि दर्शन हीरानंदानी से पैसे और महंगे गिफ्ट लेकर महुआ मोइत्रा ने उनको अपने संसद के अकाउंट का लॉग इन और पासवर्ड दिया। जिसके जरिए हीरानंदानी ने दुबई में बैठकर गौतम अडानी की कंपनियों के बारे में सवाल पूछे।
महुआ मोइत्रा के संसद वाले अकाउंट के बारे में आईटी मंत्रालय ने जांच में पाया कि उसे दुबई से 47 बार लॉग इन किया गया। खुद दर्शन हीरानंदानी ने हलफनामा देकर माना है कि उन्होंने महुआ मोइत्रा के अकाउंट से सवाल पूछे। दर्शन हीरानंदानी ने ये भी माना है कि महुआ को उन्होंने महंगे गिफ्ट दिए और तमाम खर्चे उठाए। महुआ के सरकारी बंगले को ठीक-ठाक भी कराया। वहीं, महुआ मोइत्रा का कहना है कि उन्होंने कुछ गिफ्ट तो दर्शन हीरानंदानी से लिए थे, लेकिन कभी पैसा नहीं लिया। इसके अलावा ये भी कहा था कि दर्शन हीरानंदानी के दफ्तर से स्टाफ ने सवाल तो लिखे, लेकिन उन सवालों को देखकर ही उन्होंने आगे फॉरवर्ड किया।
#BREAKING | #MahuaMoitra reaches Parliament House Annexe to appear before ethics committee in cash-for-query case pic.twitter.com/MmsN3fHnjI
— NDTV (@ndtv) November 2, 2023