
नैनीताल। उत्तराखंड के नैनीताल जिले में एक मदरसे को अवैध पाया गया है। यहां जब प्रशासन ने छापा मारा, तो 24 बच्चे मिले। सभी बच्चे बीमार थे। कई बच्चों के हाथ और पैर पर गंभीर चोट के निशान देखे गए। बच्चों ने प्रशासन की टीम को बताया कि उनसे मदरसे में मारपीट की जाती है। प्रशासन की टीम को इस अवैध मदरसे के बच्चों ने बताया कि कई छात्र यहां से पहले भाग भी चुके हैं। एबीपी न्यूज के मुताबिक नैनीताल जिले में ये अवैध मदरसा ज्योलीकोट इलाके में साल 2010 से ही चलाया जा रहा था। इसकी शिकायत नैनीताल की डीएम वंदना सिंह से की गई थी। वंदना सिंह ने यहां छापा मारने के लिए हलद्वानी की सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह और तहसीलदार संजय सिंह को भेजा था।
प्रशासन की छापामार टीम ने पाया कि अवैध मदरसे में अनियमितताएं हैं। कमरे साफ नहीं थे। मदरसे में रहने वाले बच्चों के लिए पीने का पानी तक नहीं मिला। उनको गंदगी के बीच रहना पड़ रहा था। यहां जो बच्चे रहते थे, उनको अच्छा भोजन न दिए जाने की शिकायत भी मिली। पूरे मदरसे में गंदगी थी। सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह के मुताबिक मदरसे को सील कर दिया गया है और यहां के बच्चों के घरवालों को बुलाकर उनके सिपुर्द किया गया है। उन्होंने बताया कि अवैध मदरसे के बारे में जांच की जाएगी। पिछले साल उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में सभी मदरसों की जांच कराई थी। अब सवाल ये भी है कि आखिर जांच में तब इस अवैध मदरसे के बारे में क्या पता नहीं चला?
बहरहाल, अब प्रशासन के छापे के बाद अब इस अवैध मदरसे का फिर खुलना असंभव है। यहां बच्चों से अत्याचार पर भी आगे सख्त कार्रवाई होने की उम्मीद है। उत्तराखंड से पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी मदरसों की जांच का आदेश दिया था। जिसमें तमाम मदरसे अवैध पाए गए थे।