नई दिल्ली। ठंड का सामना करने के लिए तैयारी कर लीजिए। अपने स्वेटर और कंबल वगैरा भी निकाल कर रख लीजिए। मौसम विभाग का कहना है कि 7 दिनों के भीतर ठंड का सामना आप करने लगेंगे। मौसम विभाग के अनुसार जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ों पर बर्फबारी के कारण इस हफ्ते से इन राज्यों में ठंड बढ़ेगी। वहीं, पंजाब और हरियाणा में 15 नवंबर के बाद ठंड की शुरुआत होगी। दिल्ली और यूपी में 10 नवंबर के बाद ठंड होने की बात मौसम विभाग ने कही है। वहीं, बिहार, झारखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 20 नवंबर के बाद ही ठंड की शुरुआत होने की संभावना है।
कुल मिलाकर नवंबर के अंत तक देश के सभी मैदानी राज्यों में ठंड शुरू होने की भविष्यवाणी मौसम विभाग ने की है। अभी की बात करें, तो दिल्ली समेत तमाम जगह दिन में गर्मी और तड़के हल्की ठंड हो रही है। दूसरी तरफ, दक्षिण भारत के राज्यों में अब भी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम समेत 11 जिलों में भारी बारिश होने की चेतावनी दी है। वहीं, तमिलनाडु में भी 18 जगह भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। कर्नाटक के मैसुरु समेत 8 जिलों में भारी बारिश और तेज हवा की भविष्यवाणी भी मौसम विभाग ने की है। इन सभी राज्यों में अगले कुछ दिन बारिश का ये सिलसिला जारी रह सकता है। इसकी वजह ये है कि मानसून अब भी इन राज्यों में सक्रिय है। देश के बाकी हिस्सों के बारे में मौसम विभाग का कहना है कि शुष्क हवाएं चलती रहेंगी। हालांकि, इस हवा की रफ्तार बहुत तेज नहीं होगी।
मौसम विभाग ने पहले ही बताया था कि इस साल ला नीना के असर के कारण काफी ठंड पड़ने वाली है। ला नीना के असर से समुद्र की सतह का तापमान जमीन जितना होता है। खासकर प्रशांत महासागर में ला नीना के असर से भारत में ठंड कम या ज्यादा होती है। साथ ही मैदानी राज्यों में ठंड बढ़ने का एक और कारण पश्चिमी विक्षोभ होते हैं। ये ठंडी हवाएं होती हैं, जो अफगानिस्तान और पाकिस्तान के रास्ते उत्तर भारत के राज्यों में पहुंचकर बर्फबारी और बारिश कराती हैं। इससे ठंड में इजाफा होता है। मौसम विभाग हालांकि अक्टूबर या नवंबर को ठंड का मौसम नहीं मानता। मौसम विभाग दिसंबर और जनवरी को ठंड का मौसम मानता है।