पटना। बिहार के सीएम नीतीश कुमार पिछले दिनों दिल्ली आए थे। तब उन्होंने मीडिया के सामने दावा किया था कि बिहार में अपराध बहुत कम हैं, लेकिन शायद ही कोई दिन ऐसा बीतता है, जब बिहार में अपराध की बड़ी वारदात न होती हो। ताजा मामला नालंदा का है। नालंदा सीएम नीतीश कुमार का गृह जिला भी है। यहां के सिलाव थाना क्षेत्र में रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के रिश्तेदार पिंटू सिंह को बदमाशों ने घर से बुलाकर गोली मार दी। पिंटूसिंह ने आरसीपी सिंह के पैतृक गांव मुस्तफापुर में एक बैठक में हिस्सा लिया था। जिसके बाद वो अपने गांव धरहरा चले गए थे। धरहरा में ही पिंटू सिंह को गोली मारी गई।
पिंटू सिंह को गोली मारे जाने की घटना के बाद आरसीपी सिंह ने आरोप लगाया कि सियासी षड्यंत्र के तहत उनके रिश्तेदार को गोली मारी गई है। आरसीपी ने इस गोलीकांड के पीछे सत्तारूढ़ जेडीयू को जिम्मेदार ठहराया है। आरसीपी सिंह के मुताबिक पिंटू सिंह को गोली मारने वाले लोग जेडीयू से ही जुड़े हुए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पिंटू सिंह को गोली इसलिए मारी गई, क्योंकि वो मेरे साथ रहकर काम करता है। आरसीपी सिंह ने आरोप लगाया कि गोली मारने वाले ने पिंटू को उनका साथ छोड़ने की धमकी दी थी। जिसके बाद गोली मारी गई।
आरसीपी सिंह ने कहा कि नालंदा जिले में उनकी बढ़ती साख को देखकर जेडीयू के लोग घबरा गए हैं। उन्होंने कहा कि इसी वजह से रिश्तेदार पिंटू सिंह को गोली मारी गई है। आरसीपी सिंह ने सीएम नीतीश कुमार को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि नीतीश अब राजनीतिक तौर पर लड़ने लायक नहीं बचे हैं। इसी वजह से हमारे रिश्तेदारों को टारगेट किया जा रहा है। आरसीपी ने फिर कहा कि वो जेडीयू को बर्बाद करके छोड़ेंगे। आरसीपी ने ये आशंका भी जताई कि अब बदमाशों का अगला निशाना वो बन सकते हैं। बता दें कि पहले आरसीपी सिंह जेडीयू में ही थे और नीतीश कुमार के करीबियों में जाने जाते थे। मोदी सरकार में मंत्री बनाए जाने के बाद नीतीश से उनके रिश्ते खराब हुए। जिसके बाद आरसीपी सिंह ने नीतीश के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है।