नई दिल्ली। नीट पेपर लीक कांड ने सरकार को एक्शन मोड में ला दिया है, बिहार ईओयू के एडीजी नैय्यर हसनैन खान को ब्रीफिंग के लिए दिल्ली बुलाया गया है। गृह मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय ने खान को घटना के बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिए बुलाया है। लीक के पीछे के मास्टरमाइंड अमित आनंद को पटना में गिरफ्तार किया गया है और उसने पेपर लीक की साजिश रचने की बात कबूल की है। आनंद ने स्वीकार किया कि उसने लीक हुए पेपर के लिए छात्रों से 30 से 32 लाख रुपये लिए थे।
60 से अधिक लोगों से पूछताछ, 13 गिरफ्तार
नीट पेपर लीक मामले में बिहार ईओयू ने अब तक 60 से अधिक व्यक्तियों से पूछताछ की है और 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। छात्रों से भी पूछताछ की गई है। अपने कबूलनामे में अमित आनंद ने खुलासा किया कि वह पहले भी पेपर लीक करने में शामिल रहा है। उन्होंने खुलासा किया कि सिकंदर नामक एक जूनियर इंजीनियर ने उनके पास चार अभ्यर्थियों को भेजा था। इन अभ्यर्थियों को परीक्षा से एक रात पहले प्रश्नपत्र और उत्तर उपलब्ध कराए गए थे। इसमें शामिल सभी लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
शिक्षा मंत्रालय ने ईओयू से नीट पेपर लीक पर रिपोर्ट मांगी
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, शिक्षा मंत्रालय ने पटना में आयोजित नीट परीक्षा के दौरान कथित अनियमितताओं के संबंध में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई से रिपोर्ट मांगी है। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पटना में परीक्षा के दौरान कथित अनियमितताओं के जवाब में रिपोर्ट मांगी गई थी। रिपोर्ट मिलने के बाद सरकार आगे की कार्रवाई करेगी। सरकार परीक्षाओं की शुचिता बनाए रखने और छात्रों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
नीट परीक्षा में अनियमितताओं के आरोप
भारत और विदेश में 4,750 केंद्रों पर 5 मई को आयोजित नीट परीक्षा में लगभग 2.4 मिलियन छात्रों ने भाग लिया था। हालांकि पहले परिणाम 14 जून को घोषित होने की उम्मीद थी, लेकिन उत्तर पुस्तिकाओं के तेजी से मूल्यांकन के कारण उन्हें 4 जून को पहले ही जारी कर दिया गया। हालांकि, परीक्षा के नतीजे घोषित होने के तुरंत बाद ही पेपर लीक और अनियमितताओं के आरोप सामने आए। इसके कारण विभिन्न शहरों में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए और उच्च न्यायालय तथा सर्वोच्च न्यायालय दोनों में मामले दर्ज किए गए। सरकार और कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई परीक्षा प्रक्रिया की ईमानदारी सुनिश्चित करने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दिखाती है।