देहरादून। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने उत्तराखंड के हरिद्वार,रूड़की, देहरादून, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, हल्द्वानी सहित विभिन्न जिलों में स्थित महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों में ऐतिहासिक जीत दर्ज की। 56 महाविद्यालयों में अध्यक्ष तथा 46 महाविद्यालयों में महासचिव के पद सहित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कुल 327 पदों पर जीत दर्ज की है। उत्तराखंड के छात्रसंघ चुनावों में राष्ट्रभक्ति के विचार पर काम करते हुए युवाओं के मुद्दों पर सतत् सक्रिय विद्यार्थी परिषद की जीत अद्भुत तथा ऐतिहासिक है।
उल्लेखनीय हो कि 7 नवंबर को सम्पन्न हुए छात्रसंघ चुनाव में वोटिंग से पहले ही 152 पदों पर अभाविप प्रत्याशियों की शानदार निर्विरोध विजय सुनिश्चित हो गई थी, जिसमें अध्यक्ष पद पर 22, उपाध्यक्ष पद पर 19, महासचिव पद पर 23, सहसचिव पद पर 21, कोषाध्यक्ष पद पर 20, विश्वविद्यालय प्रतिनिधि पद पर 25, छात्रा उपाध्यक्ष पद पर 11 एवं सांस्कृतिक सचिव के 11 पदों पर अभाविप प्रत्याशियों ने निर्विरोध जीत दर्ज की थी।
उत्तराखंड में केएल डीएवी पीजी कॉलेज, रूड़की और चिन्मय डिग्री कॉलेज, हरिद्वार सहित अनेक महाविद्यालयों में अध्यक्ष पद सहित सभी पदों पर अभाविप की शानदार विजय!
उत्तराखंड में छात्रसंघ चुनाव में अभाविप के प्रत्याशियों की शानदार जीत विद्यार्थियों का अभाविप पर विश्वास का प्रमाण है।… pic.twitter.com/RIkxmJ6Ab7
— ABVP (@ABVPVoice) November 7, 2023
अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि उत्तराखंड के विभिन्न विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों के छात्रसंघ चुनावों में विद्यार्थी परिषद को चुनने हेतु सभी विद्यार्थियों को आभार तथा बधाई। अभाविप कोरोना का प्रभाव कम पड़ने के बाद से ही देशभर के सभी उच्च शैक्षणिक संस्थानों में छात्रसंघ चुनाव आयोजित कराने की मांग कर रही है तथा इस वर्ष जहां-जहां छात्रसंघ चुनाव हुए हैं वहां अभाविप प्रमुख छात्र संगठन के रूप में सामने आया है। हम छात्र तथा युवा केन्द्रित मुद्दों को मजबूती के साथ उठा रहे हैं, विद्यार्थी परिषद, युवाओं के साथ मिलकर निरंतर गतिशीलता से सकारात्मक परिवर्तन के लिए कार्य करेगी।
अभाविप उत्तराखंड के प्रदेश मंत्री रितांशु कंडारी ने कहा कि विद्यार्थी परिषद उत्तराखंड में युवाओं के रोजगार, परिसरों की स्थानीय समस्याओं तथा सरकारी नौकरियों में पारदर्शिता आदि के मुद्दों पर बीते वर्ष लगातार मुखर रही है, मंगलवार उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में स्थित महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों में संपन्न हुए छात्रसंघ चुनावों में जीत विद्यार्थी परिषद की छात्रों के बीच सतत् सक्रियता का परिणाम है। राष्ट्रभक्ति तथा भारतीयता केन्द्रित विचारों पर काम करने के कारण विद्यार्थी परिषद उत्तराखंड के छात्रों की प्रथम वरीय छात्र संगठन बना है।