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Khalistani: खालिस्तानियों के खिलाफ सख्त हुआ भारत, कनाडा हाई कमीशन को किया तलब, दिया ये सख्त आदेश

Khalistani: एस जयशंकर के इस कदम के बाद कनाडा के विदेश मंत्री मिलानी जॉली ने अपने बयान में कहा कि भारत के विदेश मंत्री ने हमें चरमपंथी खालिस्तानी विचारधारा को ज्यादा महत्व नहीं देने का फैसला किया है, क्योंकि उनके रिश्ते इन देशों के साथ अच्छे नहीं हैं।

नई दिल्ली। खालिस्तानियों के हौसले लगातार बुलंद होते जा रहे हैं। कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया सहित अन्य देशों में खालिस्तानी लगातार भारत विरोधी गतिविधियों को खुलेआम अंजाम दे रहे हैं। कभी ये खालिस्तानी खुलेआम तिरंगे का अपमान करते हुए नजर आते हैं, तो कभी KILL INDIA जैसे पोस्टरों हाथों में लहराते नजर आते हैं। पिछले कुछ दिनों से इस तरह की घटनाओं में तेजी आई है, जिसे ध्यान में रखते हुए अब भारत सरकार ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद ने खुद इस तरह के मामलों को संज्ञान में लेने के बाद कनाडा के उच्चायुक्त को तलब किया था और इस दिशा में कड़ी कार्रवाई करने की अपील भी की थी।

बता दें कि बीते दिनों कनाडा में सिख फॉर जस्टिस के बैनर तले भारत विरोधी पोस्टर लहराए गए थे, जिसमें लिखा हुआ है किल इंडिया। इन पोस्टरों को सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा में खालिस्तानियों ने ये पोस्टर लगाए है साथ ही पोस्टर के माध्यम से जानकारी दी गई है कि 8 जुलाई को फ्रीडल रैली भी निकाली जाएगी।  इसके अलावा इस पोस्टर में खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या का आरोप भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और टोरंटो के महावाणिज्य दूतावास अपूर्वा श्रीवास्तव पर लगाया था, जिसे संज्ञान में लेने के बाद भारत सरकार ने कनाडा के हाईकमीशन को नोटिस जारी किया है। पिछले कुछ दिनों से कनाडा में लगातार भारत विरोधी गतिविधियों में तेजी देखने को मिल रही है। जिसके बाद भारत सरकार ने यह कदम उठाया है।

वहीं, एस जयशंकर के इस कदम के बाद कनाडा के विदेश मंत्री मिलानी जॉली ने अपने बयान में कहा कि भारत के विदेश मंत्री ने हमें चरमपंथी खालिस्तानी विचारधारा को ज्यादा महत्व नहीं देने का फैसला किया है, क्योंकि उनके रिश्ते इन देशों के साथ अच्छे नहीं हैं।

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बता दें कि बीते दिनों विदेश मंत्री एस जय़शंकर प्रसाद ने बयान जारी कर कहा था कि खालिस्तानी चरमपंथी देश अमेरिका, भारत या ब्रिटेन में से किसी के लिए भी सही नहीं हैं, लिहाजा जिन देशों में पिछले कुछ दिनों से खालिस्तानी गतिविधियों में तेजी देखने को मिली है, उनसे अपील है कि वो खालिस्तानियों के खिलाफ कुछ कदम उठाए। ध्यान दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भी वैश्विक मंच से भी कई मर्तबा खालिस्तानी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर चुके हैं।