India-China Border : लद्दाख सीमा पर हालात हैं इस वक्त नाजुक, एस जयशंकर ने बताया ज्यादा जवान लगाए जाने का कारण

India-China Border : गलवान घाटी में भारत और चीन की सेनाएं आपस में भिड़ गईं। इस घटना में भारत के 20 और चीन के 40 से अधिक सैनिक शहीद हो गए थे। दिसंबर 2022 में लद्दाख सीमा भी टकराव देखने को मिला। हालांकि, उस समय जानमाल का कोई नुकसान देखने को नही मिला। बता दें, कि चीन ने कभी भी भारत और चीन के बीच मैकमोहन रेखा को अंतरराष्ट्रीय सीमा के रूप में मान्यता नहीं दी है।

Avatar Written by: March 18, 2023 7:18 pm
s jaishankar

नई दिल्ली। जब से एस जयशंकर भारत के विदेश मंत्री बने हैं, भारत की विदेश नीति में अभूतपूर्व बदलाव देखने को मिले हैं। चीन से लेकर अमेरिका तक हर किसी को अंतरराष्ट्रीय मंच पर माकूल जवाब दिया गया है। इस बीच अब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने खुद दावा किया कि लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर हालात ठीक नहीं हैं। उन्होंने दावा किया कि चीनी और भारतीय सैनिक सीमा के कई हिस्सों में आमने-सामने हैं। शनिवार को एक अंग्रेजी मीडिया की तरफ से आयोजित परिचर्चा में जयशंकर ने कहा, “मेरी राय में लद्दाख सीमा पर स्थिति अब भी भयावह स्थिति में है।” विदेश मंत्री की इस बात से चीन-भारत संबंधों को लेकर नए कयास लगाए जाने लगे हैं।

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आपको बता दें कि 2020 के बाद से भारत-चीन सीमा पर बार-बार स्थिति गर्म होती रही है। गलवान घाटी में भारत और चीन की सेनाएं आपस में भिड़ गईं। इस घटना में भारत के 20 और चीन के 40 से अधिक सैनिक शहीद हो गए थे। दिसंबर 2022 में लद्दाख सीमा भी टकराव देखने को मिला। हालांकि, उस समय जानमाल का कोई नुकसान देखने को नही मिला। बता दें, कि चीन ने कभी भी भारत और चीन के बीच मैकमोहन रेखा को अंतरराष्ट्रीय सीमा के रूप में मान्यता नहीं दी है। भारत ने चीन पर एकतरफा तरीके से सीमा की यथास्थिति को नष्ट करने का आरोप लगाया है। हालांकि, पिछले दिसंबर की घटना के बाद दोनों देशों ने फिर से कूटनीतिक स्तर पर बातचीत शुरू की। द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने का कोशिश की जाती है।

गौरतलब है कि मौजूदा समय में भारतीय सेना के प्रमुख मनोज पांडेय ने शुक्रवार को कहा कि लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन तेजी से अपनी सेना बढ़ा रहा है। नए इंफ्रास्ट्रक्चर का तेजी से निर्माण हो रहा है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की सैन्य शक्ति कम नहीं की गई है। लेकिन भारतीय सेना के जवान भी किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए एकदम मुस्तैद हैं।