newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

यूनिसेफ ने लगाया अनुमान, भारत में इस साल के अंत तक इतने बच्चे होंगे पैदा

यूनिसेफ के मुताबिक, 11 मार्च से 16 दिसंबर के बीच दुनियाभर में कुल 11 करोड़ 60 लाख बच्चों के पैदा होने का अनुमान है। इसमें अकेले भारत में 2.1 करोड़, जबकि चीन में 1.35 करोड़ बच्चे जन्म लेंगे। यूनिसेफ ने कहा कि कोरोना संक्रमण की वजह से मां और बच्चे को जिंदगी की कठोर सच्चाई का सामना करना पड़ सकता है।

नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बीच यूनिसेफ ने एक बड़ा खुलासा किया है। देश में चल रहे लॉकडाउन के कारण हमारे देश की जनसंख्या में भारी संख्या में बढ़ोतरी होने वाली है। यह अनुमान यूनाइटेड नेशंस चिल्ड्रन्स फंड यानी यूनिसेफ ने 10 मई को आने वाले मदर्स डे से पहले लगाया है। यूनिसेफ ने अनुमान लगया है कि अगले 7 से 8 महीने में भारत की जनसंख्या में सीधे 2 करोड़ का इजाफा होने वाला है यानि कि जल्द ही भारत की जनसंख्या 132 करोड़ हो सकती है।

दुनियाभर में होगा 11 करोड़ से अधिक बच्चों का जन्म

यूनिसेफ के मुताबिक, 11 मार्च से 16 दिसंबर के बीच दुनियाभर में कुल 11 करोड़ 60 लाख बच्चों के पैदा होने का अनुमान है। इसमें अकेले भारत में 2.1 करोड़, जबकि चीन में 1.35 करोड़ बच्चे जन्म लेंगे। यूनिसेफ ने कहा कि कोरोना संक्रमण की वजह से मां और बच्चे को जिंदगी की कठोर सच्चाई का सामना करना पड़ सकता है।

Child Birth

यूनीसेफ के मुताबिक, नाइजीरिया में 60.4 लाख, पाकिस्तान में 50 लाख और इंडोनेशिया में 40 लाख बच्चे पैदा होंगे। अमेरिका बच्चों के जन्म की अनुमानित संख्या के मामले में छठे स्थान पर हो सकता है। यहां इस दौरान 30 लाख से ज्यादा बच्चों के पैदा होने का अनुमान है।

यूनिसेफ की समीक्षा का आधार संयुक्त राष्ट्र की वर्ल्ड पॉपुलेशन डिवीजन 2019 की रिपोर्ट है। एक औसत गर्भावस्था आमतौर पर पूरे 9 महीने या 40 सप्ताह तक रहती है। ऐसे में बच्चों के पैदा होने का आकलन करने के लिए संस्था ने इसे ही पैमाना बनाया।