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Indian Army Exposes Claim Of Rahul Gandhi On Agniveer: अग्निवीर पर राहुल गांधी के दावे की पोल खुली, मुआवजा न मिलने का किया था दावा; सेना ने बताया कितनी रकम दी जा चुकी

Indian Army Exposes Claim Of Rahul Gandhi On Agniveer: इससे पहले जब लोकसभा में राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया था कि अग्निवीरों को शहीद का दर्जा नहीं मिलता और उनके परिवार को सहायता राशि भी नहीं दी जाती, तो उनके इस दावे की पोल भी शहीद अग्निवीर अक्षय गावटे के पिता ने खोल दी थी।

नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के शहीद अग्निवीर के बारे में जारी किए गए वीडियो की पोल सेना ने खोल दी है। राहुल गांधी ने वीडियो जारी कर दावा किया था कि शहीद हुए अग्निवीर अजय कुमार के परिवार को मुआवजा नहीं मिला है और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में झूठ बोला है। राहुल गांधी के इस वीडियो में शहीद अग्निवीर अजय कुमार के पिता भी नजर आए थे। जो कह रहे थे कि 1 करोड़ की सहायता राशि में से एक रुपया भी नहीं मिला। राहुल गांधी और शहीद अग्निवीर के पिता के इन दावों पर सेना का स्पष्टीकरण आया है।

राहुल गांधी की तरफ से वीडियो जारी किए जाने के 2 घंटे में ही सेना का स्पष्टीकरण आ गया। सेना ने एक्स पर पोस्ट किया। सेना ने लिखा कि सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट से पता चला है कि ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले अग्निवीर अजय कुमार के परिजनों को मुआवजा नहीं मिला है। आगे लिखा गया है कि भारतीय सेना अग्निवीर अजय कुमार के सर्वोच्च बलिदान को सैल्यूट करती है। उनका सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। सेना ने लिखा है कि अग्निवीर अजय कुमार के परिवार को 98.39 लाख रुपए का भुगतान हो चुका है। सेना ने लिखा है कि करीब 67 लाख रुपए की सहायता राशि और अन्य लाभ पुलिस सत्यापन के तुरंत बाद बैंक खाते में भेजे जाएंगे। इस तरह शहीद अग्निवीर अजय कुमार के परिवार को 1.65 करोड़ रुपए मिलेंगे।

शहीद अग्निवीर अक्षय गावटे के पिता ने भी पहले खोली थी राहुल गांधी के गलत दावे की पोल।

इससे पहले जब लोकसभा में राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया था कि अग्निवीरों को शहीद का दर्जा नहीं मिलता और उनके परिवार को सहायता राशि भी नहीं दी जाती, तो उनके इस दावे की पोल भी शहीद अग्निवीर अक्षय गावटे के पिता ने खोल दी थी। शहीद अक्षय गावटे के पिता ने मीडिया को बताया था कि सियाचिन में शहीद होने के बाद उनके बेटे का अंतिम संस्कार पूरे सैनिक सम्मान के साथ हुआ था। साथ ही परिवार को मुआवजे के तौर पर 1 करोड़ से ज्यादा की राशि सरकार से मिली थी।