
नई दिल्ली। भारतीय सेना ने आपातकालीन खरीद के तहत वी स्वॉर्ड मिसाइलों को खरीदने का फैसला किया है। कुल 85 वी स्वॉर्ड मिसाइलों के साथ ही 48 लांचर और 48 नाइट विजन साइट्स भी खरीदे जाएंगे। वी स्वॉर्ड मिसाइल आकार में बेहद छोटी होती है और इसे ड्रोन के जरिए लॉन्च किया जा सकता है। यह अपने लक्ष्य को बेहद ही सटीकता के साथ भेदने में सक्षम होती है। न्यूज एजेंसी एएनआई मुताबिक भारतीय सेना ने दुश्मन के विमानों, हेलिकॉप्टरों और ड्रोन्स को टारगेट करने के लिए कंधे से दागे जाने वाले बहुत कम दूरी के एयर डिफेंस सिस्टम (नेक्स्ट जेनरेशन) खरीद के लिए टेंडर जारी किया है।
Indian Army issues tender to procure shoulder-fired Very Short Range Air Defence Systems (Next Generation) to take out enemy aircraft, choppers and drones. The Army has placed requirements for 48 launchers, 85 missiles along with other required equipment, under ‘Make in India’:…
— ANI (@ANI) May 3, 2025
वी स्वॉर्ड मिसाइल को खास तरीके से डिजाइन किया जाता है। इसमें बहुत ही धारदार ब्लेड लगे होते हैं। जब इस मिसाइल को लॉन्च किया जाता है तो अपने टारगेट के पास पहुंचते ही इसमें लगे ब्लेड खुल जाते हैं और टारगेट को काटकर ध्वस्त कर देते हैं। इस तरह से बिना किसी शोर शराबे के वी स्वॉर्ड मिसाइल अपने लक्ष्य को आसानी से भेद देती है। इन तलवार जैसे धारदार ब्लेड के कारण ही इसे वी स्वॉर्ड मिसाइल कहा जाता है। अमेरिका ने इसी वी स्वॉर्ड मिसाइल के जरिए अलकायदा के खूंखार आतंकी और 9/11 हमले के मास्टरमाइंड अल जवाहिरी को मारा था।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ जारी गहमागहमी के बीच भारत लगातार अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन कर रहा है। कल ही भारतीय वायुसेना के मिग, जगुआर जैसे फाइटर प्लेन गंगा एक्सप्रेव वे पर लैंड किए और फिर वहां से उड़ान भरी। इसके बाद शाम को नाइट लैंडिंग शो हुआ। किसी एक्सप्रेसवे पर किया जाने वाला देश में अपनी तरह का यह पहला नाइट मिलिट्री एयर शो था। इससे पहले नौसेना ने भी आईएनएस सूरत से मिसाइल का सफल परीक्षण किया था।