नई दिल्ली। नीट यूजी परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद सीबीआई जहां इसके आरोपियों की धरपकड़ में लगी है, वहीं गृह मंत्रालय ने भी कदम उठाया है। न्यूज चैनल आजतक के मुताबिक गृह मंत्रालय की इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर यानी आई4सी की तरफ से परीक्षा करने वाली संस्था एनटीए के सभी सर्वर की जांच की जा रही है। एनटीए के सभी सर्वर की जांच की वजह वो आशंका है कि नीट यूजी के पेपर लीक में डार्क वेब का भी सहारा लिया गया।
एनटीए के किसी सर्वर में गड़बड़ी मिली, तो उसे बंद किया जाएगा। दरअसल, बीती 19 जून को आई4सी ने रिपोर्ट दी थी कि यूजीसी नेट परीक्षा के पेपर डार्क वेब पर लीक हुए। इसकी पड़ताल हुई, तो पता चला कि टेलीग्राम पर जो यूजीसी नेट के पेपर मिले थे, वे परीक्षा में आने वाले पेपर ही थे। इसके बाद ही ये आशंका हुई कि हो सकता है नीट यूजी की परीक्षा का पेपर भी डार्क वेब के जरिए लीक किया गया। इसके बाद ही एनटीए के सभी सर्वर की जांच कराने का फैसला किया गया। बता दें कि नीट यूजी की परीक्षा के दौरान बिहार में पेपर लीक का मामला सामने आया था। वहीं, गुजरात में परीक्षा केंद्र पर ओएमआर शीट पर सही जवाब देने के लिए सॉल्वर बिठाने का पर्दाफाश पुलिस ने किया था। इन दोनों ही मामलों की जांच शिक्षा मंत्रालय ने सीबीआई को दी है। नीट यूजी पेपर लीक और सॉल्व करने के मामले में बिहार और गुजरात में 24 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
नीट यूजी पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने यूजीसी नेट और नीट पीजी की परीक्षाएं भी स्थगित कर दी थीं। अब एक बार फिर यूजीसी नेट और नीट पीजी परीक्षा की नई तारीखों का एलान किया गया है। इन परीक्षाओं से ठीक पहले एनटीए का पूरा ढांचा और उसके कामकाज के तरीके को दुरुस्त करने की हर संभव तैयारी की जा रही है। वहीं, केंद्र सरकार ने एंटी पेपर लीक कानून भी लागू किया है। इस कानून में कड़ी सजा का प्रावधान है।