
नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने गृह मंत्रालय के निर्देश पर चीन के 200 से अधिक ऐप प्रतिबंधित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिसमें 136 बेटिंग ऐप सहित 94 लोन ऐप शामिल हैं। बताया जा रहा है कि इन चीनी ऐप का इस्तेमाल भारतीयों को प्रताड़ित करने के लिए किया जाता था। पहले तो ऐप के जरिए लुभावने ऑफर दिखाकर लोगों को लोन लेने के लिए रिझाया जाता था। इसके बाद सालाना उनसे उच्च दरों पर ब्याज वसूले जाते थे और जब कोई ब्याज देने में असमर्थ होता, तो उसे प्रताड़ित किया जाता था। इस तरह के कई मामले बीते दिनों तेलंगाना, आंध्र प्रदेश सहित अन्य राज्यों से सामने आए थे, जब लोगों ने लोन नहीं चुकाने की स्थिति में आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया था।
गत दिनों केंद्र सरकार को चीनी ऐप के जरिए लोन प्राप्त करने के मामले के बारे में जानकारी दी गई थी। जिसे देखते हुए इन चीनी ऐप को प्रतिबंधित करने की प्रक्रिय़ा शुरू कर दी गई है। गृह मंत्रालय के मुताबिक, इससे पहले भी सरकार ने 288 ऐप पर नजर रखना शुरू कर दिया था। जिसमें से 94 ऐप अभी-भी गूगल प्ले स्टोर में मौजूद हैं। जिस पर अब सरकार की तरफ से शिकंजा कसने का सिलसिला शुरू किया जा चुका है। अब ऐसी स्थिति में यह देखना होगा कि आगामी दिनों में सरकार की तरफ से इस पूरे मसले पर क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। यही नहीं, यह ऐप लोगों की निजी जानकारी भी प्राप्त कर लेते थे और इन जानकारियों से लोगों को प्रताड़ित किया जाता था, जिसके बाद कई लोगों ने आत्महत्या जैसा कदम भी उठा लिया था।
हालांकि, यह कोई पहली मर्तबा नहीं है कि जब केंद्र सरकार ने चीनी ऐप को प्रतिबंधित किया है, बल्कि इससे पहले भी चीन के कई ऐप प्रतिबंधित किए जा चुके हैं। यह चीनी ऐप भारत के लिए सुरक्षा मोर्चों पर चुनौतियां पैदा करते हैं, जिसे देखते हुए सरकार ने इन सभी ऐप को प्रतिबंधित करने का फैसला किया है। बहरहाल, अब आगामी दिनों में सरकार की तरफ से इस पूरे मसले पर क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।