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India-Nepal: भारत-नेपाल के संबंधों को मिली नई ऊड़ान, पीएम मोदी ने कही दिल छू देने वाली, ड्रैगन को भी मिला कड़ा संकेत

दोनों नेताओं ने भारत के रुपईडीहा और नेपाल के नेपालगंज में एकीकृत जांच चौकियों का डिजिटल माध्यम से उद्घाटन किया। इस खास मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि हम दोनों देशों के संबंधों को हिमाचल की तर्ज पर ऊंचा ले जाएंगे और इसके अलावा सभी मुद्दों का समाधान करने की दिशा में वार्ता की मेज पर लौटेंगे।

नई दिल्ली। यह स्वीकार करने के लिए आपको बाध्य होना ही होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में भारत की विदेश नीति अन्य देशों की तुलना में मजबूत हुई है। पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल के दौरान उन देशों से भी अपने संबंधों के तार जोड़े हैं, जिनके बारे में कभी कोई थाह-पता ही नहीं होता था। मिसाल के तौर पर पापुआ न्यू गिनी को ही ले लीजिए। पीएम मोदी के पापुआ गिनी के दौरे से पहले कई लोग तो इस देश के नाम से भी अवगत नहीं थे। चुनिंदा लोगों को ही पता होगा कि कोरोना जैसी घोर विपदा में भी अपने आपको विकसित कहने वाले देशों ने पापुआ गिनी की मदद करने से इनकार कर दिया था, तो ऐसी सूरत में भारत ही वो देश था, जो पापुआ की मदद के लिए आगे आया था। जिसका आभार वहां के प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी का चरण स्पर्श का जताया था। इस तरह पीएम मोदी लगातार सभी देशों से अपने संबंधों को प्रगाढ़ करने की दिशा में जीजान से जुटे हुए हैं, जो कि उनकी सुदृढ विदेश नीति का संकेत है।

इसी क्रम में आज नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल चार दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे हैं। जहां उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई। इस बीच दोनों राष्ट्रध्यक्षों के बीच विभिन्न विषयों पर समझौता भी हुआ । जिसमें व्यापार, ऊर्जा, रक्षा सहित अन्य विषय शामिल हैं। इस बीच पीएम मोदी ने कहा कि हम दोनों देशों को संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाना चाहते हैं। दोनों देशों के बीच संबंधों को प्रगाढ़ करने की दिशा में सीमा के इतर सभी विवादों को निस्तारित करने की दिशा में हम वार्ता की मेज पर लौटेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि हमने दोनों देशों को संबंधों को नई उड़ान देने के लिए कई अभूतपूर्व फैसले लिए हैं। इस बीच पीएम मोदी ने नेपाल की आधारिक संरचना को मजबूत करने की दिशा में कई अहम फैसले लिए जिसकी सराहना खुद पीएम पुष्प कमल दहल ने की है।

इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत के रुपईडीहा और नेपाल के नेपालगंज में एकीकृत जांच चौकियों का डिजिटल माध्यम से उद्घाटन किया। इस खास मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि हम दोनों देशों के संबंधों को हिमाचल की तर्ज पर ऊंचा ले जाएंगे। इसके अलावा सभी मुद्दों का समाधान करने की दिशा में वार्ता की मेज पर लौटेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और सामाजिक संबंध बहुत पुराने हैं। दोनों देशों का संबंध पुरानों में भी मिलता है। हमारे संबंधों को कोई बाहर हस्तक्षेप प्रभावित नहीं कर सकता है। माना जा रहा है कि ऐसा कहकर पीएम मोदी ने चीन की ओर इशारा किया है। ध्यान रहे कि साव 2020 से ही चीन अनवरत भारत और नेपाल के बीच रिश्तों में खटास पैदा करना चाहता है, लेकिन अभी तक उसे अपेक्षित सफलता हासिल नहीं हो पाई है।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत और नेपाल के बीच रोटी-बेटी का संबंध है, जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। नेपाल पांच भारतीय राज्यों- सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के साथ 1,850 किलोमीटर से अधिक सीमा साझा करता है। उधर, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने पीएम मोदी को नेपाल आने के लिए आमंत्रित किया है। उम्मीद है कि आगामी दिनों में दोनों देशों के बीच संंबंध कैसे रहते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।