नई दिल्ली। यूपी में बोर्ड परीक्षाओं को बेहद सख्ती से संचालित कराया जा रहा है। इसी का असर है कि यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा छोड़ने वालों की संख्या चार लाख के पार पहुंच गई है। 18 फरवरी से शुरू हुई बोर्ड परीक्षा में अब तक 4 लाख से ज्यादा छात्र परीक्षाएं छोड़ चुके हैं। अब तक यह छात्र परीक्षा में नकल और सेटिंग के भरोसे रहते थे।परीक्षा में सख्ती को देखते हुए इस बार पंजीकरण करने वाले छात्रों की संख्या में भी गिरावट आई है। पिछले साल के मुकाबले इस साल 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के लिए पंजीकरण करने वाले छात्रों की संख्या में 1,69,980 गिरावट दर्ज की गई है।
इसी तरह परीक्षा में अब तक नकल करते हुए 222 छात्र पकड़े गए हैं। इनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जा रही है। 95 ऐसे परीक्षार्थियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इस बार बोर्ड की परीक्षा में 56 लाख 7 हजार 118 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। परीक्षा में इस बार नकल रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे वॉइस रिकॉर्डर के साथ लगाए गए हैं।
योगी सरकार ने सख्त जांच पड़ताल के इंतजाम भी किए हैं। परीक्षा केंद्रों की लखनऊ में बनाए गए कंट्रोल रूम से मॉनिटरिंग हो रही है।