नई दिल्ली। बेशक कोरोना ने बहुत कुछ बदल दिया था और बहुत कुछ बदलने की प्रक्रिया जारी है, लेकिन हालातों को दुरूस्त करने की पूरी कोशिश सरकार की तरफ से की जा रही है और राहत की बात यह है कि इसमें काफी हद तक हमारी हाथ सफलता भी लगी है। अब इसी बीच खबर है कि पिछले दो सालों से कोरोना के प्रकोप की वजह से बंद अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स की सेवाएं आगामी 15 दिसंबर से शुरू होने जा रही है। अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स की सेवाएं शुरू होने के बाद से विदेशों पर्यटक की आवाजाही शुरू हो होंगी, जिससे भारतीय पर्यटक उद्योग नया जीवन दान मिलेगा। कोरोना काल में अगर किसी उद्योग को सबसे ज्यादा आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ा है, तो वो पर्यटक उद्योग है।
इसकी तस्दीक खुद सरकारी आंकड़े करते हैं कि हमारे देश की आर्थिक व्यवस्था को दुरूस्त करने में अगर किसी उद्योग का सबसे ज्यादा योगदान हैं, तो पर्यटक उद्योग ही है और इसकी सबसे प्रमुख वजह कालंतार में हमारे मुल्क में घटित हुई ऐतिहासिक घटनाएं हैं, जिसके परिणामस्वरूप हमारे देश में विभिन्न प्रकार की ऐतिहासिक इमारतों व स्थलों का निर्माण हुआ। जिसे निहारने के लिए विलायती पर्यटक सदैव ललायित रहते हैं। लेकिन कोरोना की दस्तक के बाद विदेशी पर्यटक तो भारत आने के लिए बेताब तो थे ही है, मगर कोरोना ने उनकी राह में रोड़ा अटका रखा था, जिसे ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार आगामी 15 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स को खोलने का फैसला काफी उपयोगी होना जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय फ्लाइटस को संचालित करने की पूरी तैयारी सरकार की तरफ से की जा चुकी है। बस इसे जमीन पर उतारने की जरूरत है। 28 देशों के साथ एयर बबल व्यवस्था के तहत अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स को शुरू होने की कवयाद की जा रही है। वहीं, केंद्र सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले के संदर्भ में केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय ने इस संदर्भ में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि यह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, केंद्रीय गृह मंत्रालय व विदेश मंत्रालय से विशेष परामर्श के बाद ही लिया गया है। बता दें कि 14 प्रतिबंधित देशों को छोड़कर बाकी के देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स के बीच आवाजाही की व्यवस्था जारी रहेगी। इन देशों में ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, फिनलैंड, साउथ अफ्रीका, ब्राजील, चीन, मॉरीशस, सिंगापुर, बांग्लादेश, बोतस्वाना, जिम्बांवे और न्यूजीलैंड शामिल हैं।
बता दें कि केंद्रीय उड्यन मंत्रालय केंद्रीय स्वास्थ्य से आगामी दिनों में कोरोना के स्वरूप वो पैदा होने वाली संभावित स्थितियों पर विचार विमर्श करने के बाद यह फैसला लिया गया है। जाहिर सी बात है कि सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले वे सभी लोग राहत की सांस लेते हुए हुए नजर आ रहे हैं जिनके घर की आर्थिक गतिविधियों में उर्जा का संचार अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स से ही जड़ा हुआ है। हालांकि, अभी जिन 14 देशों पर प्रतिबंध लगाय है, उस पर कोई वजह से सामने नहीं आई है।