
नई दिल्ली। भारत में वोटरों की संख्या यानी वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए अमेरिका से 21 मिलियन डॉलर के आवंटन के मुद्दे की सरकार जांच करा रही है और जल्दी ही इस बारे में हकीकत का खुलासा होगा। ये जानकारी विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को दिल्ली यूनिवर्सिटी लिट्रेचर फेस्टिवल में दी। उन्होंने पीएम मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल के इस बारे में पूछे गए सवाल पर कहा कि भारत के चुनावों में संभावित अमेरिकी हस्तक्षेप के डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के बयानों के संबंध में जांच की जा रही है। डोनाल्ड ट्रंप लगातार तीन बार कह चुके हैं कि यूएसएईड USAID की तरफ से भारत में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए 21 मिलियन डॉलर की राशि का आवंटन किया गया था। ट्रंप ने ये अंदेशा तक जताया था कि भारत में किसी और को चुनाव जिताने के लिए ये फंडिंग अलॉट की हुई हो सकती है।
#WATCH | Delhi: On USAID, EAM S Jaishankar says, “…Some information has been put out there by the Trump administration people, and obviously, that is concerning… I think, as a government, we’re looking into it. My sense is that the facts will come out…USAID was allowed here… pic.twitter.com/UZT5aimfXX
— ANI (@ANI) February 22, 2025
विदेश मंत्री जयशंकर ने इस बारे में कहा कि मोदी सरकार इस मामले की सक्रिय जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार के तौर पर इस मामले को हम देख रहे हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि यूएसएईड जैसी संस्थाओं को अपनी गतिविधियों की जानकारी सरकार को देनी होती है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ये भी कहा कि यूएसएईड को भारत में नेक नीयत दिखाते हुए काम करने की मंजूरी मिली थी। उन्होंने कहा कि अब अमेरिका से संकेत मिल रहे हैं कि यूएसएईड की कुछ गतिविधियां खराब नीयत वाली थीं। विदेश मंत्री ने कहा कि ट्रंप सरकार की तरफ से जो जानकारी सार्वजनिक हुई, वो चिंता में डालने वाली हैं। जयशंकर ने कहा कि ऐसा लगता है कि कुछ गतिविधियां खास उद्देश्य से हुईं। ताकि एक नैरेटिव गढ़कर खास विचारधारा को बढ़ावा दिया जा सके।
ये सारा मसला ट्रंप की ओर से गठित डीओजीई विभाग की तरफ से जानकारी साझा करने के कारण उठा है। डीओजीई ने जानकारी सार्वजनिक की थी कि भारत में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जो बाइडेन की सरकार के दौरान यूएसएईड ने 21 मिलियन डॉलर यानी करीब 182 करोड़ रुपए की रकम का आवंटन किया था। जिसे अमेरिका में ट्रंप की सरकार ने रोक दिया। बीजेपी इस मामले में कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साध रही है। जबकि, कांग्रेस इसकी जांच की मांग कर रही है। उसने पीएम मोदी से भी जवाब मांगा है। क्योंकि ट्रंप ने एक बार बयान देते हुए ये कह दिया कि हमारे दोस्त मोदी के लिए दिए जा रहे 21 मिलियन डॉलर को रोका गया।