धुबरी। असम पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। असम पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन आईएसआईएस के भारत प्रमुख हारिस फारुकी और उसके साथी अनुराग सिंह को गिरफ्तार किया है। दोनों को असम के धुबरी जिले के धर्मशाला से गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली। असम पुलिस के मुताबिक हारिस फारुकी और अनुराग सिंह बांग्लादेश से घुसपैठ कर आए थे। हारिस फारूकी एनआईए की मोस्ट वांटेड लिस्ट में है।
असम पुलिस के मुताबिक खुफिया जानकारी के बाद एसटीएफ के आईजी पार्थसारथी महंत, एडिशनल एसपी कल्याण कुमार पाठक और अन्य के साथ टीम बनाई गई। मंगलवार को ये टीम धुबरी गई थी। फिर जानकारी के आधार पर भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा इलाके में तलाशी शुरू हुई। बुधवार को धुबरी के धर्मशाला इलाके से हारिस फारुकी और अनुराग सिंह को गिरफ्तार करने में सफलता मिली। दोनों को गुवाहाटी लाया गया है। हारिस फारुकी उत्तराखंड के चकराता का मूल निवासी है। उसे हरीश अजमल फारुकी पुत्र अजमल फारुकी के तौर पर भी जाना जाता है। उसका साथी अनुराग सिंह उर्फ रेहान पुत्र मनबीर सिंह पानीपत के दीवाना का निवासी है। अनुराग ने इस्लाम अपना लिया था। उसकी पत्नी बांग्लादेशी है।
It’s an outcome of the Inter-Agency synergy in the national effort to counter violent terrorism in the country. Compliments to the team of officers involved in the operation. https://t.co/rp8HhOto5K
— GP Singh (@gpsinghips) March 20, 2024
असम पुलिस के मुताबिक हारिस फारुकी और अनुराग ने आतंकियों की भर्ती की। आतंकवाद के लिए फंडिंग का काम किया और भारत में आईएसआईएस को आगे बढ़ाने की साजिश रची। एनआईए के अलावा दिल्ली और यूपी एटीएस ने दोनों पर कई केस दर्ज कर रखे हैं। इन दोनों को एनआईए को सौंपा जाएगा। असम के डीजीपी जीपी सिंह ने हारिस फारुकी और अनुराग सिंह उर्फ रेहान को गिरफ्तार किए जाने को बड़ी उपलब्धि बताया है। डीजीपी के मुताबिक आतंकवाद का मुकाबला करने के राष्ट्रीय स्तर के प्रयास में बड़ी सफलता मिली है। उन्होंने असम पुलिस और राज्य एसटीएफ को बधाई दी है। जीपी सिंह के मुताबिक अगर दोनों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तो वे भारत में बड़ी आतंकी गतिविधि कर सकते थे।