newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

RPSC paper leak case: CM योगी की राह पर गहलोत सरकार, पेपर लीक केस के आरोपी की बिल्डिंग पर चला बुलडोजर

RPSC paper leak case: वहीं जयपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी के एक अधिकारी ने मीडिया से बात करते हुए बताया, चार दिवस पूर्व हमारे संज्ञान में आया कि शिक्षक भर्ती पेपर लीक प्रकरण के मुख्य अभियुक्तों द्वारा संचालित कोचिंग इंस्टीट्यूट अधिगाम इस बिल्डिंग में संचालित है। इस हमने जयपुर विकास प्राधिकरण की तकनीकी और राजस्व टीम को मौके पर लाकर के और रिकॉर्ड के आधार पर परीक्षण करवाकर और हमने 32 JDA Act के अंतर्गत नोटिस जारी किया।

नई दिल्ली। राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की राह पर चलते दिखाई दे रहे है। अब गहलोत सरकार भी आरोपियों के खिलाफ योगी सरकार की तर्ज पर एक्शन ले रही है। राजस्थान पेपर लीक मामले मे गहलोत सरकार लगातार सवालों के घेरे में है, लेकिन अब राजस्थान सरकार ने मामले में सख्त एक्शन लिया है। सोमवार को पेपर लीक केस के मास्टरमाइंड पर बड़ी कार्रवाई की गई है। मुख्य आरोपी के कोचिंग इंस्टीट्यूट पर जयपुर विकास प्राधिकरण यानि JDA ने बुलडोजर चलाया है और बिल्डिंग को जमींदोज कर दिया है।

AShok Gehlot Yogi

वहीं जयपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी के  अधिकारी रघुवीर सैनी ने मीडिया से बात करते हुए बताया, चार दिवस पूर्व हमारे संज्ञान में आया कि शिक्षक भर्ती पेपर लीक प्रकरण के मुख्य अभियुक्तों द्वारा संचालित कोचिंग इंस्टीट्यूट अधिगाम इस बिल्डिंग में संचालित है। इस हमने जयपुर विकास प्राधिकरण की तकनीकी और राजस्व टीम को मौके पर लाकर के और रिकॉर्ड के आधार पर परीक्षण करवाकर और हमने 32 JDA Act के अंतर्गत नोटिस जारी किया। विगत दिवस को पांच बजे तक हमनें अवैध निर्माण हटाने और अपना पक्ष रखने का समय दिया था। कल प्रात: इन्होंने न तो अवैध निर्माण हटाने प्रारंभ किया और न ही अपना पक्ष प्रस्तुत किया। इसके बाद आज इस बिल्डिंग को ध्वस्त कर रहे है।

बता दें कि पीपर लीक मामला सामने आने के बाद राजस्थान की गहलोत सरकार की जमकर किरकिरी हुई। पेपर लीक कांड सामने आने के बाद राजनीतिक बयानबाजी हुई। उसके बाद से प्रशासन पर दवाब बना हुआ है। जिसके बाद जयपुर विकास प्राधिकरण ने यह कार्रवाई की है। इस मामले में अब तक 2 एफआईआर और 57 लोगों को धर दबोचा है। हालांकि पेपर लीक कांड का मुख्य आरोपी सुरेश ढाका अभी भी फरार है।

गौरतलब है कि सबसे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों को सबक सिखाने के लिए बुलडोजर की कार्रवाई को अंजाम दिया था। योगी सरकार ने दंगाईयों और अवैध निर्माण बिल्डिंग पर बुलडोजर चलवाया था। इसके बाद विपक्ष ने योगी सरकार के बुलडोजर की कार्रवाई पर सवाल भी उठाए थे। इसके असम, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड में भी आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाया था।