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Opposition I.N.D.I.A Meeting: ‘इस बार समोसा नहीं सिर्फ चाय-बिस्कुट ही नेताओं को मिला’, नीतीश की पार्टी के सांसद का विपक्षी दलों की बैठक पर तंज

सुनील कुमार पिंटू ने कांग्रेस के क्राउडफंडिंग अभियान पर भी निशाना साधा। जेडीयू सांसद ने कहा कि कांग्रेस ने हाल ही में बताया था कि उसके पास फंड की कमी है और अब वो 138 रुपए के गुणक में चंदा मांग रही है। पिंटू ने कहा कि चंदा आना बाकी है, इस वजह से इस बार बैठक सिर्फ चाय-बिस्कुट पर खत्म हो गई।

नई दिल्ली। 28 विपक्षी दलों के I.N.D.I.A गठबंधन की परसों यानी 19 दिसंबर को दिल्ली में बैठक हुई थी। इस बैठक में नेताओं के बीच सीट बंटवारे और संयोजक बनाने को लेकर कोई रजामंदी नहीं बन सकी। हां, ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पीएम पद का प्रत्याशी बनाने का प्रस्ताव जरूर दिया था। अब इस विपक्षी गठबंधन में शामिल नीतीश कुमार की जेडीयू के सांसद सुनील कुमार पिंटू ने बैठक के बारे में ऐसा दावा किया है, जिसे सुनकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। सुनील कुमार पिंटू ने कहा है कि कांग्रेस के पास इतना भी पैसा नहीं कि बैठक में आए नेताओं को समोसा खिला सकती। ऐसे में सभी नेताओं ने सिर्फ चाय पी और बिस्कुट खाया। पिंटू के मुताबिक इससे पहले जो 3 बैठक हुईं, उसमें समोसा भी मिलता था। सुनील कुमार पिंटू ने ये दावा भी किया कि विपक्षी गठबंधन की बैठक में कोई सार्थक चर्चा तक नहीं हुई।

सुनील कुमार पिंटू ने कांग्रेस के क्राउडफंडिंग अभियान पर भी निशाना साधा। जेडीयू सांसद ने कहा कि कांग्रेस ने हाल ही में बताया था कि उसके पास फंड की कमी है और अब वो 138 रुपए के गुणक में चंदा मांग रही है। पिंटू ने तंज कसते हुए कहा कि चंदा आना बाकी है, इस वजह से इस बार बैठक सिर्फ चाय और बिस्कुट पर ही खत्म हो गई। जेडीयू सांसद के इस बयान पर बीजेपी ने तंज कसा है। बीजेपी के नेता अमित मालवीय ने सुनील कुमार पिंटू के दिए बयान को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर कर लिखा कि जब तक नीतीश कुमार को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया जाएगा, इस तरह की शिकायतें आती रहेंगी।

इससे पहले चर्चा थी कि विपक्षी गठबंधन की बैठक में खरगे का नाम पीएम पद के लिए आगे किए जाने से आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और जेडीयू के नीतीश कुमार खफा हो गए थे। दोनों नेता पहले ही बैठक से चले गए। पहली बार ऐसा हुआ कि विपक्षी गठबंधन की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में लालू यादव और नीतीश कुमार नहीं दिखे। खास बात ये कि दोनों की नाराजगी की चर्चा तेज है, लेकिन लालू या नीतीश ने अब तक ये नहीं कहा है कि वो नाराज नहीं हैं। इससे लगता है कि दोनों की नाराजगी की चर्चा में दम है।